By अभिनय आकाश | Dec 03, 2025
रूस के राष्ट्रपति वलादमीर पुतिन दुनिया के उन चुनिंदा नेताओं में से एक है जिनकी जिंदगी हर पल खतरे की जद में रहती है। आतंकी संगठन, दुश्मन, देशों की खुफिया एजेंसियां और ग्लोबल अंडरकवर नेटवर्क सभी की टारगेट लिस्ट में पुतिन का नाम हमेशा ही सबसे ऊपर रहता है। अपने ही देश यानी कि रूस में भी राजनीतिक विरोधियों की कोई कमी नहीं है। और यही वजह है कि पुतिन की सुरक्षा दुनिया की सबसे मजबूत, सबसे सख्त और लगभग अभेद मानी जाती है। रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतिन 4- 5 दिसंबर को भारत आ रहे हैं। भारत रूस रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे हो रहे हैं। इसी मौके पर पुतिन का यह दौरा होने वाला है। दौरे से पहले एक समझौते को मंजूरी भी दे दी गई जो दोनों देशों के लिए अच्छी खबर है। इसी साल 18 फरवरी को रेसिप्रोकल एक्सचेंज ऑफ लॉजिस्टिक सपोर्ट यानी आरईएलओएस नाम के समझौते पर साइन हुए थे। इसके मुताबिक दोनों देश के बीच मिलिट्री सहयोग बढ़ेगा। माने कि दोनों देशों के सैन्य जहाज, विमान और दूसरी टुकड़ियां एक दूसरे के एयरबेस और बाकी सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगी। इस डील को 2 दिसंबर की रात औपचारिक रूप से हरी झंडी मिल चुकी है।
रूस की फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस यानी कि एफपीएस के करीब 100 अधिकारी पहले से ही भारत में मौजूद हैं। जिस होटल में पुतिन रुकेंगे उसके हर कोने में पुतिन की एफएसबी और फॉरेन इंटेलिजेंस सर्विस ने खंगाल कर रखा हुआ है। कमरे के बाथरूम से लेकर बेडरूम तक हर सामान की जांच हो चुकी है। पुतिन के लिए रूस से एक स्पेशल टॉयलेट यूनिट तक लाई जा रही है जिसे होटल में उनके आने से पहले इंस्टॉल किया जाएगा ताकि उनका कोई भी बायोलॉजिकल सैंपल किसी के हाथ ना लगे।
जब राष्ट्रपति पुतिन किसी विदेश दौरे पर निकलते हैं तो मेजबान देश उनकी सुरक्षा और मेहमान नवाजी के लिए हर संभव व्यवस्था रखता है। लेकिन यह जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि पुतिन उस देश का एक घूंट पानी तक नहीं पीते। उनके रहने, खाने, पीने और यहां तक कि टॉयलेट तक सब कुछ रूस से ही लाया जाता है। दुनिया में शायद ही ऐसा पहले कभी हुआ हो कि किसी मेहमान के आने से पहले उनकी किचन, उनका टॉयलेट, उनका टेलीफोन बूथ और उनके इस्तेमाल का हर सामान पहले से ही भारत पहुंचाया जाए। होटल के कमरे में मौजूद शैंपू, साबुत, तेल, तौलिया, हेड वाश, क्लीनर सब कुछ हटाकर सिर्फ रूस से भेजा गया सामान ही लाया जाता है। लेकिन पुतिन के लिए यह सामान्य है क्योंकि उनकी सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक या जरा सी भी गुंजाइश नहीं होती। पुतिन अपना पर्सनल किचन और मिलिट्री ट्रेन कुक साथ में रखते हैं। पुतिन का कुक एक सैनिक होता है। उसे दिन में जितनी बार खाना बनाना हो उतनी बार अपनी वर्दी बदलनी होती है। वो बिना ग्लव्स पहनकर खाना तक नहीं छू सकता। खाना सबसे पहले एफपीएफ यानी कि फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस के अधिकारी चखते हैं। फिर उसके बाद पुतिन को परोसा जाता है। खाने में इस्तेमाल होने वाला नमक तक रूस से आता है। पानी पीने वाला हो या खाना बनाने वाला सब मॉस्को से लाया जाता है।
रिपोर्टों से पता चलता है कि पुतिन कभी-कभी बॉडी डबल्स का उपयोग करते हैं, खासकर सार्वजनिक कार्यक्रमों या उच्च जोखिम वाली स्थितियों में जाते समय। यूक्रेन के सैन्य प्रमुख मेजर जनरल किरिल बुडानोव ने दावा किया कि पुतिन कम से कम तीन बॉडी डबल्स का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें से कुछ ने उनके जैसा दिखने के लिए प्लास्टिक सर्जरी करवाई है।
पुतिन जिस प्लेन में यात्रा करते हैं, वो इल्युशिन IL-96-300 PU है। इसे "फ्लाइंग प्लूटन" कहा जाता है। विमान में उन्नत संचार, मिसाइल सुरक्षा, बैठक कक्ष, एक जिम, एक बार और एक चिकित्सा सुविधा है। पुतिन मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करते हैं, उनके लिए उस देश में एक अलग टेलीफोन बूथ सहित सुरक्षित संचार लाइनें तैयार की जाती हैं।
दिल्ली के हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और पुतिन के बीच 23वीं भारत रूस द्विपक्षीय शिखर वार्ता होगी। द्विपक्षीय वार्ता के बाद कई बड़े ऐलान और समझौते होने की उम्मीद है। बातचीत के बाद दोनों नेता मीडिया को अपना बयान देंगे। शाम करीब 4:00 बजे पीएम मोदी और पुतिन भारत मंडपम में भारत रूस व्यापार मंच को संबोधित करेंगे। करीब 7:00 बजे राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के साथ राजकीय डिनर होगा। 5 दिसंबर की देर शाम पुतिन भारत से रवाना होंगे। कुल मिलाकर राष्ट्रपति पुतिन भारत में करीब 30 घंटे रहने वाले हैं।