By एकता | Jun 01, 2025
कोलकाता पुलिस द्वारा सांप्रदायिक रूप से आरोपित सोशल मीडिया पोस्ट के लिए गिरफ्तार की गई 22 वर्षीय प्रभावशाली शर्मिष्ठा पनोली को लगभग 7,000 किलोमीटर दूर से समर्थन मिला है। डच संसद के सदस्य और दक्षिणपंथी पार्टी फॉर फ्रीडम के नेता गीर्ट वाइल्डर्स ने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि यह 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अपमान' है। वाइल्डर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शर्मिष्ठा को रिहा करने का आग्रह किया है।
वाइल्डर्स ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'बहादुर शर्मिष्ठा पनोली को रिहा करो! यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अपमान की बात है। पाकिस्तान और मुहम्मद के बारे में सच बोलने के लिए उसे दंडित न करें। उसकी मदद करें @narendramodi।' पोस्ट के साथ फोटो में लिखा है, 'सभी की निगाहें शर्मिष्ठा पर हैं।'
कोलकाता पुलिस ने कल 22 वर्षीय लॉ छात्रा शर्मिष्ठा पनोली को सोशल मीडिया वीडियो के लिए गिरफ्तार किया, जिसमें उसने अपमानजनक और सांप्रदायिक भाषा का इस्तेमाल किया था। वीडियो में उसने बॉलीवुड अभिनेताओं को निशाना बनाया था, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के जवाबी हमले ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चुप थे। इस हमले में 26 निर्दोष लोग मारे गए थे।
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगी बंगाल में ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कोलकाता में एक शिकायत के बाद शर्मिष्ठा पनोली के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं को धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और शांति भंग करने से जोड़ा गया है। उसे अदालत में पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।