By अभिनय आकाश | Jan 02, 2024
साल 1996 की बात है चारा घोटाला में लालू यादव का नाम आया तो राज्य की सियासत में सियासी भूचाल आ गया था। तमाम तरह की संभावनाओं के बीच लालू को दबाव के बीच अपने सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ गया था। जिसके बाद तमाम विरोधी ये मानने लगे थे कि अब लालू यादव की राजनीति का अंत हो गया। लेकिन तभी लालू यादव ने राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना कर ऐसा दांव खेला जिससे सारे विरोधी चित हो गए। अब बिहार से निकलकर बने राज्य झारखंड में भी कुछ ऐसा ही होने की आशंका जताई जा रही है। सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी की तरफ से छह समन अब तक मिल चुके हैं। लेकिन हरेक बार उन्होंने अनुपस्थित होकर प्रवर्तन निदेशालय को अन्य विकल्प तलाशने की ओर मोड़ दिया है। ऐसे में कहा ये भी जा रहा है कि हेमंत सोरेन को ईडी की तरफ से गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
इसी क्रम में राज्य में एक अन्य घटनाक्रम भी देखने को मिला है। प्रदेश की गांडेय विधानसभा सीट से जेएमएएम के विधायक सरफराज अहमद ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। अहमद के पिछले कई दिनों से विधायक पद छोड़ने की खबरें आ रही थी। विधानसभा अध्यक्ष रबींद्र महतो ने इस्तीफा मंजूर भी कर लिया है। उनके इस्तीफे के बाद झारखंड विधानसभा में 31 दिसंबर 2023 से पद रिक्त हो गया है।
पूरे प्रकरण पर गोंडा से बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। झारखंड की अगली मुख्यमंत्री उनकी पत्नी कल्पना सोरेन होंगी। भाजपा सांसद ने आगे कहा कि नया साल सोरेन परिवार के लिए कष्टदायक है।