लॉस एंजिलिस में बुजुर्ग सिख व्यक्ति पर बेरहमी से हमला, संदिग्ध हिरासत में

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 13, 2025

अमेरिका के लॉस एंजिलिस में एक बुजुर्ग सिख व्यक्ति पर हमला करने के आरोप में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में पीड़ित की खोपड़ी की हड्डी टूट गई और उसे संभवत: मस्तिष्काघात हुआ है।

लॉस एंजिलिस के एक गुरुद्वारे के पास चार अगस्त को 70 वर्षीय हरपाल सिंह पर एक ‘‘बेघर’’ व्यक्ति बो रिचर्ड विटाग्लियानो ने उस समय हमला कर दिया था जब वह सैर कर रहे थे।

लॉस एंजिलिस पुलिस विभाग ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि 44 वर्षीय विटाग्लियानो को सिंह पर ‘‘क्रूर हमला करने’’ के आरोप में सोमवार को गिरफ्तार किया गया।

विटाग्लियानो पर घातक हथियार से हमला करने का मामला दर्ज किया गया है और उसकी जमानत के लिए 11 लाख अमेरिकी डॉलर की राशि तय की गई है। पैरोकार समूह ‘द सिख कोलिशन’ ने कहा कि सिंह पर हुए क्रूर हमले के आरोप में संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है, लेकिन पुलिस इस मामले की घृणा अपराध के तौर पर जांच नहीं कर रही।

‘द सिख कोलिशन’ ने कहा कि हमले के कारण सिंह को बहुत गंभीर चोट आई है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने कहा कि चार अगस्त को कानून प्रवर्तन अधिकारियों को ‘‘घातक हथियार से हमले की जांच’’ के बारे में रेडियो कॉल पर सूचना मिली थी।

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सिंह और विटाग्लियानो के बीच मारपीट हुई थी। विटाग्लियानो ‘‘बेघर’’ व्यक्ति है। पुलिस के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि वे यह नहीं देख पाए कि झगड़ा कैसे शुरू हुआ, लेकिन उन्होंने बहुत तेज शोर सुना और फिर दो लोगों को एक-दूसरे पर धातु की वस्तुएं फेंकते देखा। उसने बताया कि जब प्रत्यक्षदर्शियों ने शोर मचाकर हस्तक्षेप किया और विटाग्लियानो को रोका तो वह अपनी साइकिल पर भाग गया।

लॉस एंजिलिस अग्निशमन विभाग के चिकित्सा कर्मी ने तुरंत कार्रवाई की और सिंह को पास के एक अस्पताल पहुंचाया जहां उन्हें खोपड़ी की हड्डी टूटने और संभावित मस्तिष्क आघात के कारण भर्ती कराया गया। झगड़े में लगी चोट के कारण सिंह अब भी चिकित्सीय देखरेख में हैं।

सिंह के भाई डॉ. गुरदयाल सिंह रंधावा ने कहा कि वह आभारी हैं कि पुलिस ने इस भयावह हमले के लिए संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन ‘‘हमें इस हमले को बेहतर ढंग से समझने की जरूरत है। हमें यह भी समझने की आवश्यकता है कि इसे घृणा अपराध क्यों नहीं माना जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘न्याय अवश्य होना चाहिए।

प्रमुख खबरें

सोशल मीडिया बैन से वीजा जांच तक: बदलती वैश्विक नीतियां और बढ़ता भू-राजनीतिक तनाव

MGNREGA की जगह नया ग्रामीण रोजगार कानून, VB-G RAM G विधेयक संसद में पेश होने की तैयारी

ICICI Prudential AMC IPO को ज़बरदस्त रिस्पॉन्स, दूसरे ही दिन फुल सब्सक्राइब हुआ

थोक महंगाई में नरमी के संकेत, नवंबर में थोक मूल्य सूचकांक - 0.32 प्रतिशत पर पहुंची