World Salt Awareness Week: नमक का ज्यादा सेवन जिंदगी में घोल सकता है जहर, जानिए कितनी मात्रा है जरूरी

By अनन्या मिश्रा | Mar 16, 2023

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारा लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल चुका है। आपका खानपान जितना ज्यादा बैलेंस रहेगा आप भी उतना ही ज्यादा हेल्दी रहेंगे। खाने का टेस्टी होना जितना ज्यादा जरूरी है, उतना ही ज्यादा हमारी डाइट का हेल्दी और पौष्टिक होना भी जरूरी है। खाने में प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की तरह की सोडियम भी जरूरी होता है। सोडियम यानि की नमक के बिना खाने में कोई स्वाद नहीं होता है। लेकिन नमक का ज्यादा मात्रा में सेवन किया जाना हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होता है। इसीलिए लोगों को जागरुक करने के लिए 14 से 20 मार्च तक हर वर्ष वर्ल्ड सॉल्ट अवेयरनेस वीक मनाया जाता है।


कम नमक सेहत के लिए फायदेमंद

खाने में नमक पर कंट्रोल करना पूरी तरह से हम सभी पर डिपेंड करता है। 14 मार्च से 20 मार्च के दौरान सरकारें और WHO जैसे वैश्विक संगठन लोगों में नमक को लेकर जागरुकता फैलाने का काम करती हैं। इस दौरान स्कूल, ऑफिस और घर आदि में नमक के इस्तेमाल को लेकर कुछ जरूरी संदेश दिए जाते हैं। बता दें कि UN के सभी 194 सदस्य देश सोडियम की खपत को 30% तक कम इस्तेमाल किए जाने पर अपनी मुहर लगा चुके हैं। खाने में नमक का कम इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

इसे भी पढ़ें: खाना दोबारा गर्म करने पर बनता है जहरीला केमिकल, सेहत को पहुंचा सकता है नुकसान, खाना ऐसे रखें गर्म

 

ज्यादा नमक के सेवन से नुकसान

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एक बड़ी आबादी जरुरत से ज्यादा नमक का सेवन करती है। इसके कारण आने वाले 7 सालों में करीब 70 लाख से अधिक लोग नमक के ज्यादा सेवन से होने वाली बीमारियों से अपनी जान गंवा सकते हैं। नमक का इस्तेमाल आपके शरीर में सोडियम का लेवल बढ़ाता है। जिसके कारण आपको हाई ब्लडप्रेशर की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा यह शरीर में सूजन, हड्डियों को गलाने और किडनी व लिवर आदि को भी नुकसान पहुंचा सकता है।


कम से कम करें नमक का इस्तेमाल

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि ज्यादा नमक का सेवन किए जाने से होने वाले नुकसानों को देखते हुए पूरी दुनिया को मिलकर प्रयास करना होगा। साल 2030 तक खाने में 30% तक नमक का सेवन कम करना होगा। क्योंकि यह आपको नुकसान पहुंचा रहा है।


जानिए क्या कहता WHO

भोजन में कम से कम नमक होना चाहिए।

स्कूलों, अस्पतालों, दफ्तरों, नर्सिंग होम आदि में कम सोडियम वाली चीजें उपलब्ध करवानी चाहिए।

ज्यादा नमक का सेवन किए जाने की आदत को बदलना चाहिए।

लोगों को जागरुक करने के लिए कैंपेन और अवेयरनेस करना चाहिए।

खाने की चीजों में सोडियम की सही मात्रा लिखी होनी चाहिए।

प्रतिदिन केवल 5 ग्राम नमक का सेवन किया जाना चाहिए।

प्रमुख खबरें

Election Commission ने AAP को चुनाव प्रचार गीत को संशोधित करने को कहा, पार्टी का पलटवार

Jammu Kashmir : अनंतनाग लोकसभा सीट के एनपीपी प्रत्याशी ने अपने प्रचार के लिए पिता से लिये पैसे

Mumbai में बाल तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, चिकित्सक समेत सात आरोपी गिरफ्तार

‘आउटर मणिपुर’ के छह मतदान केंद्रों पर 30 अप्रैल को होगा पुनर्मतदान