By नीरज कुमार दुबे | Aug 12, 2023
स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये गये हैं। इसके तहत भारतीय वायु सेना के गरुड़ विशेष बल को आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए कश्मीर घाटी में तैनात कर दिया गया है। हम आपको बता दें कि गरुड़ फोर्स ने घाटी में कई ऑपरेशन चलाए हैं और कई आतंकियों को मार कर बड़ी सफलता भी हासिल की है। फिलहाल कश्मीर में भारतीय सेना के साथ वायुसेना के विशेष बल की दो टीमें तैनात की गयी हैं। इसके अलावा श्रीनगर बेस पर मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह मिग-29 लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया है। इस बारे में बताया जा रहा है कि चूंकि श्रीनगर कश्मीर घाटी के मध्य में स्थित है और इसकी ऊंचाई मैदानी इलाकों से अधिक है। इसलिए कम समय में तेजी से हमला करने वाला विमान रखना रणनीतिक रूप से बेहतर रहता है। इस बारे में भारतीय वायु सेना के पायलट स्क्वाड्रन लीडर विपुल शर्मा ने बताया है कि मिग-29 बेहतर एवियोनिक्स और लंबी दूरी की मिसाइलों से सुसज्जित है। उन्होंने कहा कि मिग-29 सभी मानदंडों पर खरा उतरता है।
देखा जाये तो भारत ने चीन और पाकिस्तान के दोहरे मोर्चे के संभावित खतरों से निपटने के लिए श्रीनगर हवाई अड्डे पर मिग-29 लड़ाकू विमानों का एक उन्नत स्क्वाड्रन तैनात किया है। हम आपको बता दें कि ट्राइडेंट्स स्क्वाड्रन, जिसे अब 'डिफेंडर ऑफ द नॉर्थ' कहा जाता है, उसने मिग-21 स्क्वाड्रन की जगह ले ली है। मिग-21 को श्रीनगर हवाई अड्डे पर पाकिस्तानी खतरे का मुकाबला करने के लिए तैनात किया गया था लेकिन मिग-29 पाकिस्तान और चीन, दोनों से निबट सकता है। हाइटेक मिग-29 विमान मिग-21 की तुलना में काफी शक्तिशाली है और प्रभावी ढंग से लंबे समय तक कश्मीर घाटी की सुरक्षा कर सकता है। मिग-29 विमान को ऐसा अपग्रेड किया गया है कि अब दुश्मन की खैर नहीं है।