By नीरज कुमार दुबे | Apr 03, 2024
प्रभासाक्षी की चुनावी यात्रा अपने नये पड़ाव के तहत उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर संसदीय क्षेत्र में रही। यह क्षेत्र दिल्ली से सटा हुआ है। कहा जाता है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर जाता है। और यूपी जीतने के बाद गौतमबुद्धनगर होते हुए ही दिल्ली तक तेजी से पहुँचा जा सकता है क्योंकि कई एक्सप्रेसवे इस शहर तक रफ्तार से पहुँचाते हैं। इस क्षेत्र को पिछले दस सालों में विकास की तमाम परियोजनाएं मिली हैं जिसके चलते इस क्षेत्र में तमाम तरह के उद्योग लगे। इसके चलते इस इलाके में आबादी भी बढ़ी और इस वजह से संसाधनों पर भार पड़ा जिसके चलते कई जगह बुनियादी सुविधाओं का अभाव भी दिखा। हालांकि मोदी और योगी सरकार की तमाम योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है लेकिन स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा के प्रति लोगों की नाराजगी साफ नजर आई।
भाजपा की ओर से चौथी बार लोकसभा उम्मीदवार बनाये गये डॉ. महेश शर्मा से नाराज लोगों का कहना है कि हम मोदी-योगी के तो साथ हैं लेकिन सांसद से नाराज हैं क्योंकि वह क्षेत्र में आते ही नहीं। खुर्जा में जब हमने डॉ. महेश शर्मा की सभा के बाद वहां मौजूद लोगों से बात की तो उन्होंने साफ कहा कि हम बसपा को वोट डालेंगे क्योंकि वह अनुभवी नेता हैं और सबके साथ संपर्क में रहते हैं। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि मोदी जी ने जरूर बड़े-बड़े काम किये हैं लेकिन स्थानीय सांसद ने कुछ नहीं किया। एक व्यक्ति ने कहा कि स्थानीय सांसद अपनी सभाओं में मोदी जी के ही काम गिना रहे हैं और उनके पास अपना किया कोई काम बताने के लिए है ही नहीं। कुछ ग्रामीणों का कहना था कि यहां किसान महीनों तक अपनी मांगों को लेकर अथॉरिटी के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे रहे लेकिन महेश शर्मा ने कभी उनकी सुध नहीं ली। सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं शहरी क्षेत्र में भी स्थानीय जनता सांसद डॉ. महेश शर्मा से नाराज नजर आई। लोगों का कहना था कि कई सेक्टरों में सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं का अभाव है, इसके अलावा बिल्डरों की मनमानी एक बड़ी समस्या है, साथ ही कई जगह फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं होने से भी लोग परेशान नजर आये। इन लोगों का कहना था कि हम लोग पिछले कई महीनों से अपनी मांगों के समर्थन में नियमित प्रदर्शन करते हैं लेकिन स्थानीय सांसद ने कभी हमारी बात नहीं सुनी। हमें शहरी और ग्रामीण, दोनों जगह कई ऐसे मतदाता मिले जिनका कहना था कि यदि भाजपा ने यहां अपना उम्मीदवार बदल दिया होता तो उसके लिए हालात अच्छे होते। वहीं जब हमने डॉ. महेश शर्मा से बात की तो वह अपनी तीसरी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आये और कहा कि इस बार की जीत पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी। उन्होंने कहा कि जनता ठान चुकी है कि मोदी जी को एक बार फिर देश का प्रधानमंत्री बनाना है।
वहीं गौतमबुद्धनगर क्षेत्र से समाजवादी पार्टी-कांग्रेस के संयुक्त प्रत्याशी महेंद्र नागर हैं। पेशे से चिकित्सक महेंद्र नागर को गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। भाजपा उम्मीदवार डॉ. महेश शर्मा की तरह महेंद्र नागर भी पेशे से चिकित्सक हैं। सपा के उम्मीदवार के रूप में, महेंद्र नागर उस सीट पर विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जहां कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा कर रही है। इस बार अकेले चुनाव लड़ रही बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से राजेंद्र सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा है। महेंद्र नागर 2022 तक कांग्रेस में थे। उनका कहना है कि चुनाव में पिछड़े, दलितों, अल्पसंख्यकों (पीडीए) के लोकतांत्रिक मूल्य और अधिकारों की रक्षा के लिए विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ और समाजवादी पार्टी को बड़ी जीत दिलाने में जनता इस बार मदद करेगी।
वहीं बसपा उम्मीदवार और पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह सोलंकी बसपा के कोर वोट बैंक के अलावा इस क्षेत्र में रहने वाले राजपूत मतदाताओं के भरोसे इस बार बड़ी जीत के प्रति आश्वस्त हैं। हमने कुछ ऐसे मतदाताओं को भी पाया जो सिर्फ इस बात से नाराज थे कि भाजपा ने गाजियाबाद से वीके सिंह का टिकट काट कर गलत फैसला लिया है इसलिए हम उसके विरोध में मतदान करेंगे। कुछ लोगों का यह भी कहना रहा कि यह जिला वैसे भी बसपा प्रमुख मायावती का गृह जनपद है इसका लाभ भी उन्हें मिलेगा। हम आपको बता दें कि 2009 में परिसीमन के बाद गौतम बुद्ध नगर संसदीय क्षेत्र से पहली जीत बसपा उम्मीदवार ने ही हासिल की थी। इस सीट पर बसपा का दो लाख के आसपास अपना वोट बैंक है। राजेंद्र सिंह सोलंकी ने विश्वास जताया कि ग्रामीण आबादी के साथ ही उन्हें शहरी वोटरों का भी पूरा साथ मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि गौतम बौद्ध नगर में नोएडा और ग्रेटर नोएडा, दोनों शहर शामिल हैं। इस सीट पर आम चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा और यहां 26 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। नामांकन प्रक्रिया चार अप्रैल तक जारी रहेगी। पांच अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी। आठ अप्रैल नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन होगा। 26 अप्रैल को मतदान होगा। चार जून को मतगणना सम्पन्न होगी।
-नीरज कुमार दुबे