By अनन्या मिश्रा | Nov 11, 2025
आजकल मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया है। गर्मियां जा रही हैं और धीरे-धीरे सर्दियों का आगमन हो रहा है। ऐसे में स्किन का रूखा हो जाना आम बात है। खासतौर पर हाथ-पैरों की स्किन रूखी होने लगती है। जिसके कारण न सिर्फ खुजली की समस्या हो सकती है। वहीं स्किन रूखी होने पर हाथ-पैर सफेद नजर आना शुरू हो जाते हैं। बता दें कि रसोई में रखी पीली चीज यानी की सरसों का तेल इस समस्या को दूर कर सकता है।
ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि सरसों के तेल का उपयोग कैसे किया जाए। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्किन के रूखेपन को दूर करने के लिए सरसों के तेल का कैसे उपयोग करना चाहिए।
सरसों का तेल इस्तेमाल करने के लिए पहले इसको गुनगुना करें। फिर रात में सोने से पहले अपने हाथ-पैरों पर हल्के-हल्के हाथों से मालिश करें। ध्यान रहे कि आपको मालिश तब तक करनी है, जब तक सरसों का तेल स्किन में समा नहीं जाए। फिर प्रभावित स्थान को पानी से नहीं धोना है, बल्कि ऐसे ही सो जाएं। ऐसा करने से आपकी त्वचा सरसों के तेल को सोख लेगी और आपको स्किन के रूखेपन से भी राहत मिल जाएगी।
सरसों के तेल में विटामिन ई पाया जाता है, यह दोनों ही स्किन के लिए बेहद उपयोगी है। ऐसे में आप सरसों के तेल में विटामिन ई कैप्सूल को मिलाकर इससे हाथ-पैर की मालिश करें। इसको रात भर के लिए अपनी त्वचा पर लगा रहने दें। फिर अगले दिन गर्म पानी से साफ कर लें, ऐसा करने से फायदा होगा।
बता दें कि ग्लिसरीन और सरसों का तेल भी त्वचा के लिए उपयोगी है। ऐसे में आप दोनों को बराबर की मात्रा में मिक्स कर लें। अब इस मिश्रण को आधे घंटे बाद गुनगुने पानी से साफ कर लें। ऐसा करने से फायदा होगा।
सरसों के तेल में विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, यह न सिर्फ स्किन को मुलायम बनाता है, बल्कि स्किन को भी कोमल बनाए रखता है।
अगर आप फंगल इंफेक्शन से खुद का बचाव करना चाहती हैं, तो सरसों के तेल में पाए जाने वाला एंटी फंगल गुण आपका इससे बचाव कर सकता है।
रूखी स्किन की वजह से अक्सर खुजली की समस्या होती है, तो इस समस्या से राहत पाने में भी सरसों का तेल बेहद उपयोगी है।
सरसों का तेल लंबे समय तक स्किन पर नमी बनाए रखता है। साथ ही सरसों का तेल स्किन को पपड़ीदार होने से भी रोकता है।