By अंकित सिंह | Dec 05, 2025
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन, इंडिगो, हाल के वर्षों में अपने सबसे बुरे परिचालन संकटों में से एक से जूझ रही है, जिसके कारण बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द हो रही हैं, लंबी देरी हो रही है, हवाई अड्डों पर यात्रियों की भीड़ उमड़ रही है और घरेलू हवाई किरायों में भारी उछाल आ रहा है। पायलटों के लिए संशोधित उड़ान ड्यूटी समय सीमा (एफडीटीएल) नियमों से जुड़ी इन बाधाओं ने प्रमुख मेट्रो मार्गों को प्रभावित किया है, जिससे यात्री फँस गए हैं और एयरलाइनों को समय-सारिणी बनाए रखने में मुश्किल हो रही है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) ने तत्काल कार्रवाई करते हुए एक 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, परिचालन संबंधी निर्देश जारी किए हैं, अस्थायी नियामक छूट प्रदान की है, और जवाबदेही की जाँच तथा सुधारात्मक उपायों की सिफ़ारिश के लिए एक उच्च-स्तरीय जाँच शुरू की है। अधिकारियों को उम्मीद है कि उड़ान कार्यक्रम जल्द ही स्थिर होने लगेंगे, लेकिन यात्रियों की असुविधाओं का देशव्यापी असर पहले ही पड़ चुका है।
नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने शुक्रवार को कहा कि नए उड़ान शुल्क मानदंडों को स्थगित रखने सहित विभिन्न परिचालन उपायों से इंडिगो की उड़ानों में व्यवधान को दूर करने में मदद मिलेगी और अगले तीन दिन में सेवाएं पूरी तरह बहाल होने की उम्मीद है। नायडू ने बयान में कहा कि सरकार ने इंडिगो में व्यवधान के कारणों का पता लगाने और जवाबदेही तय करने के लिए एक उच्च स्तरीय जांच शुरू करने का भी निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि डीजीसीए के उड़ान ड्यूटी समय सीमा (एफडीटीएल) आदेश तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिए गए हैं। हवाई सुरक्षा से समझौता किए बिना, यह निर्णय पूरी तरह से यात्रियों खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, मरीजों और अन्य लोगों के हित में लिया गया है जो आवश्यक जरूरतों के लिए समय पर हवाई यात्रा पर निर्भर हैं। मंत्री ने कहा कि सामान्य हवाई सेवाएं यथाशीघ्र बहाल करने के लिए परिचालनात्मक उपाय शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन निर्देशों के तत्काल कार्यान्वयन के आधार पर, हम उम्मीद करते हैं कि उड़ान सेवाएं कल तक स्थिर एवं सामान्य हो जाएंगी। हमें उम्मीद है कि अगले तीन दिन में सेवाएं पूरी तरह बहाल हो जाएंगी।