By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 29, 2017
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार चुनावी (इलेक्ट्रोरल) बांड योजना को अंतिम रूप दे रही है। इस कदम का मकसद राजनीतिक चंदे को साफ सुथरा बनाना है। यहां एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में जेटली ने कहा, ‘‘मैं इस साल पहले ही यह घोषणा कर चुका हूं कि मैं इसे लागू करना चाहता हूं। यह अंतिम चरण में है। कैसे हम राजनीतिक चंदे को देश में कानूनी रूप दे पाएं, जिससे चोरी छिपे आने वाले धन को रोका जा सके और एक वैकल्पिक व्यवस्था बन सके।’’
इलेक्टोरल बांड व्यवस्था की घोषणा बजट में की गई थी। प्रस्तावित बांड प्रॉमिसरी नोट की तरह होगा और यह ब्याज भुगतान वाला ऋण उत्पाद नहीं होगा।इनकी बिक्री अधिकृत बैंकों द्वारा की जाएगी और इन्हें इनकी वैधता की अवधि के दौरान राजनीतिक दलों के अधिसूचित खातों में जमा कराया जा सकेगा।