By रितिका कमठान | Jul 19, 2024
अडानी समूह और टोरेंट समूह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटन्स में नियंत्रण हिस्सेदारी की बिक्री के लिए निजी इक्विटी फर्म सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स के साथ बातचीत कर रहे हैं। इकोनॉमिक टाइम्स ने मामले से जुड़े लोगों के हवाले से बताया कि सीवीसी आईपीएल फ्रेंचाइजी में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी बेचने को तैयार है, जबकि अल्पमत हिस्सेदारी अपने पास रखना चाहती है।
यह ऐसे समय में हो रहा है जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की लॉक-इन अवधि, जो नई टीमों को हिस्सेदारी बेचने से रोकती है, फरवरी 2025 में समाप्त हो रही है। गुजरात टाइटन्स- तीन साल पुरानी फ्रैंचाइज़- की कीमत 1 बिलियन डॉलर से 1.5 बिलियन डॉलर के बीच हो सकती है। CVC ने 2021 में 5,625 करोड़ रुपये में फ्रैंचाइज़ खरीदी थी।
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने ईटी को बताया, '2021 में आईपीएल की अहमदाबाद फ्रेंचाइजी का मालिकाना हक पाने का मौका चूकने के बाद, अडानी और टोरेंट दोनों गुजरात टाइटन्स में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदने के लिए आक्रामक रूप से होड़ कर रहे हैं। सीवीसी के लिए यह फ्रेंचाइज़ी में अपनी हिस्सेदारी का मुद्रीकरण करने का एक शानदार अवसर है।"
आउटलेट के अनुसार एक अन्य अधिकारी ने कहा, "आईपीएल फ्रेंचाइजी निवेशकों का काफी ध्यान आकर्षित कर रही हैं, क्योंकि लीग ने खुद को ठोस नकदी प्रवाह के साथ एक आकर्षक संपत्ति के रूप में स्थापित किया है।" गौतम अडानी पहले ही महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) और यूएई-बीआरडी इंटरनेशनल लीग टी-20 में टीमों का अधिग्रहण करके क्रिकेट में निवेश कर चुके हैं। वर्ष 2023 में, अडानी ने 1,289 करोड़ रुपये की सर्वोच्च बोली के साथ डब्ल्यूपीएल की अहमदाबाद फ्रैंचाइज़ी हासिल की।
इससे पहले, गुजरात टाइटन्स के सीओओ अरविंदर सिंह ने कहा था कि फ्रेंचाइजी अगले मीडिया अधिकार चक्र में लाभ में आ जाएगी। यहां तक कि मूल दस फ्रेंचाइजी को भी लाभदायक बनने में चार से पांच साल लग गए। हमें विश्वास है कि न केवल हम लाभ में आ जाएंगे, बल्कि हमारी ब्रांड वैल्यू भी तेजी से बढ़ेगी।