By रितिका कमठान | Jan 30, 2024
हर वर्ष होने वाली हज यात्रा के लिए देश भर से लाखों हाजी अपनी अर्जी लगाते हैं, मगर कुछ ही की अर्जी को मंजूरी मिल पाती है। हज यात्रा पर जाने की चाह रखने वाले हाजियों में इस वर्ष लगभग 1,39054 हाजियों के नाम पर मुहर लग गई है। इसमें से दिल्ली से जाने वाले 3022 हाजी है जबकि महाराष्ट्र से कुल 6790 हाजी हज यात्रा के लिए रवाना होंगे।
हज यात्रा से पहले मु्बई स्थित सेंट्रल हज कमेटी ने सोमवार 29 जनवरी को कुर्रा का आयोजन किया। इसमें रेन्डमाइज डिजिटल प्रक्रिया से आयोजन हुआ था। इस वर्ष महाराष्ट्र से कुल 9147 लोगों ने हजयात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया था मगर 6790 को ही मंजूरी मिल सकी है। जिन्हें मंजूरी मिली है उन्हें मैसेज भेजकर इस संबंध में सूचित किया जा रहा है।
बता दें कि देशभर से जिन आवेदकों का हज यात्रा पर जाने के लिए चयन किया गया है, उन्हें अब हज पर जाने के लिए तमाम प्रक्रियाओं का भी पालन करना होगा। हज यात्रा पर जाने के लिए जिन हाजियों का चयन हुआ है उन्हें पहली किस्त के तौर पर 81 हजार रुपये भी जमा कराने होंगे। इस राशि को जमा कराने के लिए सेट्रल हज कमेटी ने अकाउंट नंबर भी जारी किए है। हाजियों को इस अकाउंट नंबर पर किस्त का राशि 15 फरवरी तक भेजनी होगी।
कम हुए आवेदन
बीते वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष हज यात्रा पर जाने के लिए हाजियों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है। दरअसल बीते वर्ष अधिक संख्या में हज यात्रा पर जाने के लिए लोगों ने आवेदन किया था। मगर इस वर्ष इस संख्या में गिरावट देखने को मिली है। आंकड़ों की मानें तो इस वर्ष लगभग तीन हजार कम आवेदन आए है। वहीं दूसरी तरफ हज यात्रा के कोटे में बढ़ोतरी देखने को मिली है। दो इंब्रिकेशन पॉइंट के बीच आने वाले खर्च में 40 से 50 हजार रुपये का अंतर देखने को मिला है, जो काफी अधिक है। वहीं रियाल को एक्सचेंज कराने के लिए भी यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा है।
हज यात्रा पर जानें पर आता है इतना खर्चा
गौरतलह है कि हज यात्रा करने के लिए यात्रियों को सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का जाना होता है। हज यात्रा पर जाने से पहले राज्य की हज कमेटी के पास रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। हज के लिए आवेदन करने के दौरान पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, कोरोना वैक्सीन की दो खुराक का सर्टिफिकेट, एक ग्रुप लीडर के बैंक खाते का कैंसिल चैक देना आवश्यक होता है। हज यात्रा पर सिर्फ मुस्लिम ही जा सकते है। हज यात्रा के लिए फ्लाइट के संबंध में भी अलग नियम है। वहीं महिलाएं जो हज पर जाना चाहती हैं, उनके लिए भी अलग से नियम बनाए गए है।
यात्रा को करने में लंबा समय व्यतीत होता है। अमूमन हज यात्रा 40 दिनों में पूरी हो जाती है। हज यात्रा के दौरान हाजियों को कुल 10 दिन मदीना में भी रहना होता है। हर दिन अलग अलग नियमों का पालन भी करना होता है। लोग अलग अलग दिन के अनुसार भी हज यात्रा करते है, जैसे कई लोग तीन दिन के लिए हज जाते है। इस दौरान 8 से 10 दिन के लिए हज यात्रा की जाती है। बता दें कि आमतौर पर हज यात्रा करने से तीन से चार लाख रुपये के बीच एक व्यक्ति का खर्च आता है। वहीं जो प्राइवेट हज यात्रा करते हैं उन्हें पांच लाख रुपये खर्च करने पड़ते है।
इस वर्ष ऐसे करें भुगतान
इस वर्ष की हज यात्रा के लिए हाजियों को दो किस्तों में राशि का भुगतान करना होगा। इसके लिए पहली किस्त में दो लाख 51 हजार रुपये जमा कराने होंगे। वहीं अंतिम किस्त की राशि के संबंध में हज कमेटी द्वारा ही सूचना दी जाती है। बता दें कि हज यात्रा पर जानें के भी दो तरीके होते है। इसमें एक हज कमेटी की मदद से और दूसरा प्राइवेट टूर के जरिए।
मिलती है हज पॉलिसी भी
हज पर जाने वाले हाजियों को हज पॉलिसी भी दी जाती है। इस हज पॉलिसी के तहत सरकार ही सब चीजें मुहैया कराती है। इसके अंतर्गत हाजियों को बैग, सूटकेस, छाता आदि सामान के लिए अब कोई शुल्क नहीं देना होता है। हज पर जाने के लिए महिलाओं को भी अनुमति है। महिलाएं बिना मेहरम के भी हज यात्रा पर जा सकती है, जबकि इससे पहले तक महिलाओं को किसी संबंधी के साथ ही हज पर जाने की अनुमति थी।