By अंकित सिंह | Oct 07, 2022
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं लग रहा है। तभी तो पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार हरभजन सिंह ने अधिकारियों पर ही अवैध गतिविधियों में संलिप्त रहने का आरोप लगा दिया है। इसको लेकर हरभजन सिंह ने अपनी आवाज को बुलंद की है। हरभजन सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि पीसीए के कुछ अधिकारी अवैध कार्यों में संलिप्त हैं। इसको लेकर हरभजन सिंह ने एक पत्र भी लिखा है। हालांकि, पत्र में हरभजन सिंह ने उन पदाधिकारियों का नाम नहीं लिया है। हरभजन सिंह की ओर से यह पत्र पीसीए सदस्यों और संघ की जिला इकाइयों को भी भेजा गया है। इसके साथ ही हरभजन सिंह ने अपना यह पत्र आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को भी भेजा है।
अपने पत्र में हरभजन सिंह ने लिखा कि लब्बोलुआब यह है कि पीसीए 150 सदस्यों को मताधिकार के साथ शामिल करना चाहता है ताकि उनका पलड़ा भारी रहे। यह सब मुख्य सलाहकार से सलाह लिये बिना या शीर्ष परिषद से पूछे बिना किया जा रहा है। यह बीसीसीआई संविधान, पीसीए के दिशा निर्देश के खिलाफ है और खेल ईकाइयों के पारदर्शिता के नियम का उल्लंघन भी है। उन्होंने कहा कि अपने अवैध कार्यों को छिपाने के लिये वे पीसीए की औपचारिक बैठकें नहीं बुला रहे हैं और खुद सारे फैसले ले रहे हैं। इसके साथ ही जब उनसे इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने ककहा कि अध्यक्ष सभी फैसले खुद ही ले रहे हैं।
हरभजन से बताया कि मुझे पिछले 10-15 दिन से शिकायतें मिल रही है। मुझे मुख्य सलाहकार बनाया गया है लेकिन अधिकांश नीतिगत फैसलों के बारे में मुझे बताया नहीं जाता। मुझे सदस्यों और मुख्यमंत्री को पत्र लिखना पड़ा क्योंकि कोई और चारा नहीं था। आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा लेने के बाद हरभजन सिंह फिलहाल पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा वह कमेंटेटर भी बन चुके हैं। साथ ही साथ आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं और फिलहाल राज्यसभा के भी सदस्य हैं। हरभजन सिंह को दुनिया के महान स्पिन गेंदबाजों में शामिल किया जाता है। हरभजन सिंह 2011 और 2007 के विश्व कप विजेता टीम इंडिया के हिस्सा रहे हैं।