By रेनू तिवारी | Dec 20, 2025
जम्मू-कश्मीर में संदिग्ध लोगों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने जम्मू क्षेत्र के सांबा, किश्तवाड़ और राजौरी में शुक्रवार को व्यापक तलाशी अभियान चलाया। अधिकारियों ने बताया कि जिलों में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू होने के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि तीन संदिग्ध व्यक्तियों की आवाजाही के बारे में मिली सूचनाओं के आधार पर पुलिस और सुरक्षा बलों के संयुक्त दलों ने सांबा जिले के घगवाल क्षेत्र मेंतलाशी अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने किश्तवाड़ जिले के सिंहपुरा इलाके में भी गहन तलाशी अभियान चलाया।
इसके अलावा उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने आतंकवाद रोधी अभियान के लिए तैनात इकाइयों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा करने के मकसद से शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का दौरा किया। सैन्य कमांडर ने नयी चुनौतियों से निपटने के मकसद से तकनीक को अपनाकर हमेशा तैयार रहने की जरूरत पर जोर दिया।
उत्तरी कमान मुख्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सेना कमांडर उत्तरी कमान, लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने आतंकवाद रोधी गतिविधियों के लिए तैनात इकाइयों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा करने के लिए शाहसितार, सुरनकोट (पुंछ) का दौरा किया।
वहीं अगर तलाशी अभियान की बात की जाए तो सबसे संवेदनशील जगहों में राजौरी बना हुआ है। 19 दिसंबर को राजौरी में संदिग्ध लोगों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने जिले के विभिन्न गांवों में व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह अभियान बृहस्पतिवार की आधी रात के आसपास शुरू किया गया था जो अभी जारी है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों को जम्मू मंडल के राजौरी जिले के थानामंडी और मंजाकोट उपमंडलों के बीच स्थित कुछ गांवों में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी।
सूत्रों ने बताया, प्राप्त सूचना के आधार पर, 49 राष्ट्रीय राइफल्स, जम्मू कश्मीर पुलिस और विशेष अभियान समूह की संयुक्त टीमों ने आधी रात के दौरान इलाके की घेराबंदी कर दी। उन्होंने बताया कि सूर्योदय के बाद अभियान को फिर से तेज कर दिया गया और बेहरोते गली सहित कई इलाकों में आक्रामक तलाशी अभियान जारी है।