By अभिनय आकाश | Dec 19, 2025
समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने शुक्रवार को 'होलिका दहन' पर अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए कहा कि हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखते हुए प्रदूषण पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाएगा। मोहनलाल गंज से लोकसभा सांसद ने यह भी कहा कि देश में प्रदूषण कम करने के लिए पेड़ लगाना ही एकमात्र उपाय नहीं है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से प्रदूषण कम नहीं होगा, यह एक बहुत बड़ा मुद्दा है। होलिका दहन के दौरान कौन सी गैस निकलती है? कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। इसलिए, अगर हम हिंदू भावनाओं को ध्यान में रखेंगे, तो प्रदूषण पर नियंत्रण पाना मुश्किल हो जाएगा।
चौधरी ने कहा कि शवों को जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी गैसें निकलती हैं, जो प्रदूषण में बहुत योगदान देती हैं। उन्होंने होलिका दहन त्योहार का भी जिक्र करते हुए कहा कि वायु प्रदूषण का मुद्दा धर्म से नहीं, बल्कि पर्यावरण से जुड़ा है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि शवों को जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती हैं, जिससे वातावरण में ऑक्सीजन कम हो जाती है। होलिका दहन के दौरान भी होलिका दहन में कार्बन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती हैं। हमारा देश वायु प्रदूषण को लेकर गंभीर नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चौधरी की टिप्पणियों को लेकर समाजवादी पार्टी की कड़ी आलोचना की है। भगवा पार्टी की ओर से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने चौधरी पर हमला बोलते हुए कहा कि चौधरी को अपना धर्म बदल लेना चाहिए। भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने भी चौधरी की आलोचना करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद वायु प्रदूषण के मुद्दे पर हिंदुओं पर हमला करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे वाहनों और पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को नहीं देख पा रहे हैं, वे सिर्फ हिंदू धर्म पर हमला करना चाहते हैं, इसीलिए वे ऐसे भ्रामक बयान दे रहे हैं। यह बहुत दुखद है।