By अभिनय आकाश | Sep 09, 2025
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली पर राजनीतिक दबाव बढ़ रहा है। काठमांडू में युवाओं के नेतृत्व में हुए प्रदर्शनों के 24 घंटे के भीतर दो प्रमुख कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफ़ा दे दिया। कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी ने विरोध प्रदर्शनों पर सरकार की अधिनायकवादी प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए पद छोड़ दिया। उनके इस्तीफे के बाद गृह मंत्री रमेश लेखक ने भी इस्तीफा दे दिया। अपने त्यागपत्र में अधिकारी ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों के रूप में शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों पर सरकार की प्रतिक्रिया की निंदा की। उन्होंने लिखा कि लोकतंत्र में नागरिकों के सवाल उठाने और विरोध करने के स्वाभाविक अधिकार को मान्यता देने के बजाय, राज्य ने व्यापक दमन, हत्याओं और बल प्रयोग के साथ जवाब दिया, जिससे देश अधिनायकवाद की ओर बढ़ रहा है।
अधिकारी ने आगे कहा कि युवा प्रदर्शनकारियों पर सरकार की हिंसक कार्रवाई के लिए जवाबदेही के बिना वह अपनी अंतरात्मा की आवाज़ पर सत्ता में नहीं रह सकते। स्थानीय स्तर पर पंजीकरण न कराने के कारण फेसबुक, एक्स (पूर्व में ट्विटर), यूट्यूब और इंस्टाग्राम सहित प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले के बाद यह अशांति भड़की। सोमवार को बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी, मुख्यतः जेनरेशन ज़ेड (1995-2010 में जन्मे) वर्ग से थे, काठमांडू की सड़कों पर उतर आए। जलापूर्ति मंत्री प्रदीप यादव ने आज अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मंत्री यादव ने कहा कि मैं जेन जेड युवा पीढ़ी द्वारा कल शुरू किए गए आंदोलन के समर्थन में और सरकार व प्रशासन द्वारा किए जा रहे दमन के विरोध में जल आपूर्ति मंत्रालय के मंत्री पद से अपने इस्तीफे की घोषणा करता हूँ। प्रिय युवा भाइयों और बहनों, आप मेरे प्रथम सहयोगी और मेरे उत्साह व ऊर्जा के स्रोत हैं। मैं हम सभी से संयम बरतने और युवा पीढ़ी को सही दिशा में आगे बढ़ाने का आह्वान करता हूँ।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश भर में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच आज शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री सचिवालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, मैं स्थिति का आकलन करने और एक सार्थक निष्कर्ष निकालने के लिए संबंधित पक्षों के साथ बातचीत कर रहा हूँ। इसके लिए, मैंने आज शाम 6 बजे एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है। मैं सभी भाइयों और बहनों से विनम्र अनुरोध करता हूँ कि इस कठिन परिस्थिति में धैर्य बनाए रखें।