By दिव्यांशी भदौरिया | Dec 14, 2025
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) एक ऐसी समस्या है जिसमें महिलाओं को मूड स्विंग्स, ब्लोटिंग,थकान, चिड़चिड़ापन, खाने की क्रेविंग, अनिद्रा जैसी समस्याएं होने लगती है। अक्सर पीएमएस के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए महिलाएं दवाओं की मदद लेती है, लेकिन हेल्थ यह के लिए ठीक नहीं है। दरअसल, प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम आमतौर पर पीरियड्स शुरु होने से एक-दो हफ्ते पहले शुरु हो सकता है और पीरियड्स खत्म होने के साथ ही खत्म हो जाता है। हालांकि, आप प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षणों को न्यूट्रिशन के साथ कंट्रोल कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं कैसे।
मैग्नीशियम का सेवन बढ़ाएं
पीएमएस के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए आप मैग्नीशियम मसल्स को रिलैक्स करता है और पेट दर्द एवं क्रैम्स कम करने में सहायक होता है। इसके अलावा, यह मूड स्विंग्स और एंग्जाइटी को कंट्रोल करता है। आप नियमित तौर पर डार्क चॉकलेट, पालक, कद्दू के बीज और नट्स का सेवन कर सकते हैं।
कॉम्प्लेक्स कार्ब्स को चूज करें
न्यूट्रिशन एक्सपर्ट ने बताया है कि कॉम्प्लेक्स कार्ब्स ब्लड शुगर को स्टेबल रखते हैं, जिससे चिड़चिड़ापन कम होता है। यह मीठे खाने की क्रेविंग को भी कंट्रोल करता हैं। इसके लिए आप ओट्स, ब्राउन राइस, मिलेट्स और शकरकंद खा सकते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करें
आप पीएमएस के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए ओमेगा-3 का सेवन करें। ओमेगा-3 में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं, यह डिप्रेशन और लो मूड से भी राहत देता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए आप अलसी के बीज, अखरोट और फैटी फिश खा सकते हैं।
नमक और प्रोसेस्ड फूड्स कम करें
अगर आप अत्यधिक नमक का सेवन करेंगे तो आपको ब्लोटिंग और वाटर रिटेंशन बढ़ाता है इसलिए नमक और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन करने से बचें। प्रोसेस्ड फूड्स हार्मोनल असंतुलन को और बिगाड़ सकता है। इसलिए घर का ताजा और हल्का खाना पीएमएस में ज्यादा फायदेमंद होती है।
आयरन और विटामिन-बी6 लें
पीएमएस के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए आयरन और विटामिन-बी6 लें। आयरन थकान और कमजोरी से बचाता है, खासकर पीरियड्स से पहले। इसके अलावा, विटामिन-बी6 मूड सुधारने और इरिटेशन को कम करने में सहायक है। चुकंदर, अनार, केला, अंडा और दालें इसमें मदद कर सकती है।