Gemini Horoscope 2026: मिथुन राशि वाले जातकों के लिए कैसा रहेगा साल 2026? यहाँ पढ़ें वार्षिक राशिफल

By डा. अनीष व्यास | Nov 26, 2025

पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा.अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 मिथुन राशि के जातकों के लिए कई सकारात्मक अवसर लेकर आएगा। इस वर्ष राहु और केतु की स्थितियों के कारण आपके प्रयासों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। साल के अंतिम दिनों में राहु अष्टम भाव में प्रवेश करेगा, जिससे कुछ परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं, लेकिन उससे पहले लंबी यात्राओं और विदेश यात्रा के अवसर बनेंगे। बृहस्पति के प्रभाव से आपकी सेहत अच्छी रहेगी और धन लाभ के अवसर भी प्राप्त होंगे। संतान प्राप्ति की इच्छाएं पूरी हो सकती हैं और विद्यार्थी वर्ग के लिए प्रतियोगिताओं में सफलता मिलने की संभावना है। इसके अलावा, धार्मिक यात्रा करने का भी यह साल अनुकूल रहेगा। आपको ज्यादातर परिणाम सकारात्मक मिल सकते हैं। कार्य-व्यापार या नौकरी से जुड़े क्षेत्रों में कुछ कठिनाइयां बनी रह सकती हैं। लेकिन, इन कठिनाइयों को पार करने के बाद आपको कार्यों में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। आर्थिक जीवन आपके लिए सामान्य रूप से अच्छा रहेगा और ऐसे में, आपकी आय में वृद्धि होगी। वहीं, जो जातक भूमि-भवन या वाहन लेने का सोच रहे हैं, उनके लिए इस वर्ष को ज्यादा ख़ास नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आपको औसत परिणाम मिलने की आशंका है। हालांकि, विद्यार्थियों के लिए यह साल काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। राहु केतु का प्रभाव भाग्य और पराक्रम पर गहरा असर डालेगा। कुंभ राशि में राहु और सिंह राशि में विराजमान केतु आपके जीवन को नई दिशा की ओर ले जाने वाले हैं। मंगल महाराज की स्थिति इस साल सामान्य रहने वाली है और लाभेश आपको अचानक से खर्च देने वाले होंगे और साथ ही पैतृक संपत्ति से कुछ लाभ भी मिल सकता है। वहीं शुक्र, सूर्य और राशि स्वामी बुध की स्थिति आपको समय अनुसार ग्रहों से प्रभावित होते हुए असर डालेगी जो करियर, परिवार, स्वास्थ्य, आर्थिक स्थिति इत्यादि पर असर डालने वाली है। गुरु यानि के बृहस्पति वर्ष के पहले भाग में मिथुन राशि के प्रथम भाव में रहेगा, जो आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा। यह समय आपके लिए नये कार्यों की शुरुआत करने, व्यक्तिगत विकास और आत्मसमर्पण के लिए अच्छा रहेगा। जून से गुरु देव कर्क राशि में मिथुन के लिए तृतीय भाव में गोचर करेगा, जो आपके बोलचाल, अभिरुची, रिश्तों में असर डालने वाला होगा। इसके बाद भाग में गुरु देव सिंह राशि के तृतीय भाव में प्रवेश करेगा, जो आपकी सोशल एक्टिविटी और दोस्तों से संबंधों में आगे बढ़ने की संभावना देता है।

 

कैरियर

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति और शनि दोनों का सप्तम भाव पर दृष्टि डालना आपकी सोशल सर्कल में स्थिति के लिए खास होगा इस समय राजनीति से जुड़े लोग अच्छा कर सकते हैं पब्लिक के बीच आपकी पहचान का समय होगा। लोग आपको जानेंगे और साझेदारी में आपके काम भी बनेंगे। कामकाज में आपके लिए स्थिति लाभकारी साबित हो सकती है। बृहस्पति और शनि का मिलाजुला असर आपके काम में न केवल सफलता को बढ़ाएगा, बल्कि आपकी इनकम में भी वृद्धि मिलेगी। आप अपनी योजनाओं को पूरी गंभीरता से लागू करेंगे और मेहनत का परिणाम आपको निश्चित रूप से मिलेगा। शनि की उपस्थिति से आपको जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी, लेकिन आप इसे स्वीकार कर सफलता प्राप्त करेंगे। आपकी मेहनत और लगन को देखकर उच्च अधिकारियों और सहकर्मियों का भी सहयोग मिल सकता है। इस समय आपके लिए कार्यस्थल पर सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करने का अनुकूल समय रहेगा। अगर आप साझेदारी के व्यवसाय में हैं, तो आपको यह समय बहुत लाभकारी लगेगा। व्यापार में नई पार्टनरशीप बन सकती हैं और आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। शेयर बाजार या फाइनेंस के क्षेत्र में निवेश करते हैं, तो इस वर्ष आपको अच्छे लाभ की संभावना है। इस साल आपको अपने काम को लेकर आगे बढ़ने का बहुत सारे मौके प्राप्त होंगे और शनि आपसे बहुत ज्यादा मेहनत करेंगे। काम का दबाव आपके ऊपर रहेगा, लेकिन आप स्थान परिवर्तन के लिए लड़ाई लड़ेंगे आपको लगेगा कि आपकी सुनवाई नहीं हो रही है। परंतु ऐसा नहीं है। चुपचाप आपके काम को देखा और परखा जा रहा है, इसलिए अपना काम मेहनत और ईमानदारी के साथ करते रहे। अपनी गुणवत्ता को बेहतर बनाने की कोशिश करें। वर्ष की शुरुआत में बृहस्पति और शनि दोनों का प्रभाव आपको राजनीति के क्षेत्र में विशेष सफलता प्रदान कर सकता है। आप पब्लिक डीलिंग करते हैं या पार्टनरशिप में कोई बिजनेस करते हैं, तो आपको बहुत ज्यादा अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।

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आर्थिक स्थिति

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष 2026 पिछले साल की तुलना में काफ़ी अच्छा रहेगा। साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक धन के कारक ग्रह बृहस्पति देव आपके प्रथम भाव में रहेंगे और इससे पहले गुरु ग्रह आपके द्वादश भाव में बैठे थे जो आपके खर्चों में वृद्धि करवा रहे थे। लेकिन, प्रथम भाव में गुरु महाराज की मौजूदगी आपके खर्चों को धीरे-धीरे कम करने का काम करेगी, विशेषकर बेकार के खर्चों को। यह एक सकारात्मक बिंदु कहा जाएगा। वहीं, 2 जून से लेकर 31 अक्टूबर तक धन के कारक बृहस्पति धन भाव में उच्च अवस्था में रहेंगे जो कि बहुत शुभ स्थिति मानी जाएगी। गुरु ग्रह की इस स्थिति की वजह से आप अच्छा धन कमाने के साथ-साथ अच्छी बचत भी कर सकेंगे। वहीं, 31 अक्टूबर के बाद यह आपको औसत परिणाम दे सकते हैं जबकि शुक्र का गोचर ज्यादातर समय अनुकूल स्थिति में रहेगा। ऐसे में, शुक्र देव आर्थिक मामलों में आपकी सहायता करेंगे। दूसरी तरफ, शनि देव आर्थिक जीवन में न आपका सहयोग करेंगे और न ही विरोध करेंगे। वहीं, केतु का गोचर अनुकूल और राहु का गोचर औसत रहेगा। लाभ भाव के स्वामी मंगल देव की स्थिति भी आपके लिए सामान्य ही रहेगी। आर्थिक जीवन के लिए काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। हालांकि, थोड़ी कोशिश करके आप बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। बेकार के खर्चे रुक जाने की वजह से ही आपको साल की शुरुआत में ही राहत का अनुभव होगा। वहीं, साल का मध्य भाग विशेष रूप से आपके लिए अनुकूल रहेगा। आप कोशिश करके अच्छी आमदनी के साथ-साथ पर्याप्त बचत भी कर सकेंगे और आर्थिक स्थिति को मज़बूत कर सकेंगे। पुराने व्यावसायिक लोन को चुकाने में मदद मिलेगी और नई योजनाओं से भी फायदा होगा। शेयर मार्केट में अच्छा लाभ कमाने का योग भी बनेगा। परिवार का सहयोग और उनका मार्गदर्शन आपके लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होगा। पारिवारिक व आर्थिक मामलों को ठीक करने में आपको सफलता मिलेगी, जिससे आपको लाभ भी मिलेगा। जून के बाद से परिवार में शुभ कार्य संपन्न होंगे, उस पर आपको कुछ खर्च करने पड़ेंगे।


परिवार 

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि विवाहित लोगों के लिए साझेदारी और सामाजिक सहयोग का वर्ष होगा। आपसी तालमेल और सहयोग से घर परिवार और बच्चों से जुड़ी समस्याओं तथा योजनाओं का निराकरण सफल होगा। आर्थिक स्थिति थोड़ी ढुलमुल रह सकती है, लेकिन परिवार की सुख-शांति और समृद्धि बढ़ेगी। जनवरी से अप्रैल तक कुछ चुनौतियाँ आ सकती हैं, लेकिन जून से अगस्त तक समय लाभदायक, सुख और शांति वाला रहेगा। सितंबर से दिसंबर तक आप कई मामलों में लाभ प्राप्त करेंगे और मान-सम्मान में वृद्धि होगी। इस वर्ष विवाहित जीवन में अलग अचीवमेंट भी प्राप्त होंगे।साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक गुरु ग्रह आपको औसत परिणाम दे सकते हैं। वहीं, 2 जून से 31 अक्टूबर के बीच पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा और घर-परिवार में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। परिवार के लोग एक-दूसरे के प्रति अच्छे भाव रखेंगे और एक-दूसरे के लिए कुछ करने के लिए सोच सकते हैं। आपस में बातचीत का तरीका बहुत प्यार भरा रहेगा। बृहस्पति देव का प्रभाव 31 अक्टूबर के बाद समाप्त होने के कारण पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा। लेकिन, 5 दिसंबर के बाद घर-परिवार में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं क्योंकि 5 दिसंबर के बाद केतु का प्रभाव दूसरे भाव पर रहेगा। ऐसे में, परिजनों के बीच कुछ समस्या रह सकती है। हालांकि, इस वर्ष ज्यादातर समय आप अनुकूल परिणाम पाकर पारिवारिक जीवन का आनंद ले सकेंगे, लेकिन फिर भी वर्ष के अंतिम महीनों में पारिवारिक जीवन को लेकर आपको सावधानी बरतनी होगी।


प्रेम - रोमांस 

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि प्रेम जीवन वर्ष 2026 में अनुकूल रहेगा। इस वर्ष प्रेम संबंधी मामलों में कोई बड़ी समस्या नज़र नहीं आ रही है, बल्कि बृहस्पति जैसे शुभ ग्रहों का शुभ प्रभाव लंबे समय तक आप पर बना रह सकता है जिसका लाभ आपको प्रेम जीवन में मिलेगा। आपके पंचम भाव के स्वामी शुक्र का गोचर साल के ज्यादातर समय आपके लिए अच्छा रहेगा। ऊपर से साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक बृहस्पति देव की पंचम दृष्टि भी आपके पंचम भाव पर रहेगी। ऐसे में, आपके प्रेम जीवन में मिठास बनी रहेगी। हालांकि, 02 जून से 31 अक्टूबर के बीच गुरु का प्रत्यक्ष प्रभाव पंचम भाव पर नहीं होगा। लेकिन, सप्तमेश होकर उच्च अवस्था में होने के कारण गुरु ग्रह के प्रभाव से उन लोगों का प्रेम जीवन मधुर बना रहेगा जो प्रेम विवाह करने की सोच रहे हैं। 31 अक्टूबर के बाद बृहस्पति देव अपनी पंचम दृष्टि से सप्तम भाव को देखेंगे और ऐसे में, उन लोगों के लिए समय उत्तम रहेगा जो प्रेम विवाह करना चाहते हैं। शुक्र और गुरु की अनुकूलता की वजह से प्रेम जीवन भी अनुकूल बना रहेगा। शनि देव की स्थिति या दृष्टि का प्रत्यक्ष प्रभाव पंचम भाव पर नहीं होगा, लेकिन सप्तम भाव पर होगा। ऐसे में, प्रेम विवाह के इच्छुक जातकों के मार्ग में कुछ छोटी-मोटी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। राहु-केतु का प्रत्यक्ष प्रभाव भी पंचम भाव पर नहीं होगा, परन्तु पंचम से पंचम अर्थात नवम भाव पर राहु का प्रभाव 5 दिसंबर तक रहेगा। ऐसे में, छोटी मोटी समस्याएं भले ही रहें, लेकिन कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी। कुल मिलाकर, पंचमेश शुक्र और सौभाग्य के कारक बृहस्पति की कृपा से सच्चा प्रेम करने वालों को कोई परेशानी नहीं आएगी। आप अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करेंगे, जिसका सकारात्मक परिणाम आपको मिलेगा और आपके प्रियजन आपके निकट आएंगे। जून के बाद से आपके विवाह के योग खुल जाएंगे। अगर परिवार में विवाह की बात चल रही थी, तो वह नई दिशा में आगे बढ़ने लगेगी। वर्ष के अंतिम महीनो में आपको सावधान रहना होगा, क्योंकि इस समय अवधि में प्रेम जीवन में अचानक से कुछ बदलाव उत्पन्न हो सकते हैं, जो एक दूसरे से गलतफहमी का सिलसिला शुरू कर सकते हैं, इसके प्रति सावधानी रखकर ही आप अपने रिश्ते को संभाल कर पाएंगे।


शिक्षा

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि वर्ष 2026 काफ़ी हद तक अनुकूल रहेगा। हालांकि, प्रथम भाव में बृहस्पति के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है, लेकिन इनकी दृष्टि हमेशा कल्याणकारी मानी जाती है। साल की शुरुआत से लेकर 2 जून तक बृहस्पति देव की दृष्टि का प्रभाव आपके पंचम और नवम भाव पर बना रहेगा जो शिक्षा में सुधार लेकर आने का काम करेगा। आपके वरिष्ठ और गुरु आपकी उन्नति के मार्ग में आपका मार्गदर्शन करेंगे। आपके फैसलों के परिणाम आपके पक्ष में रहेंगे जिसका लाभ आपको मिल सकता है। अगर आप आलस छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करेंगे, तो आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। वहीं, 2 जून से 31 अक्टूबर तक बृहस्पति देव उच्च अवस्था में आपके दूसरे भाव में रहेंगे जो आपके आसपास के माहौल को बहुत अच्छा बनाए रखेंगे। इस दौरान कोशिश करने पर आप मन लगाकर पढ़ाई कर सकेंगे क्योंकि इस समय बृहस्पति की नवम दृष्टि कर्म स्थान पर होगी। ऐसे में, पेशेवर कोर्स की पढ़ाई शिक्षा कर रहे छात्रों को सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। यह अवधि शोध के छात्रों के लिए भी अनुकूल रहेगी। लेकिन, 31 अक्टूबर के बाद गुरु देव आपको औसत परिणाम दे सकते हैं। इस प्रकार, शिक्षा के लिए यह समय मिला-जुला रह सकता है। हालांकि, ट्रैवल से जुड़े विषयों की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। शनि देव कभी-कभार आपका ध्यान शिक्षा से भटका सकते हैं। वहीं, राहु की स्थिति को भी ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में, शिक्षा के प्रमुख कारक ग्रह का आशीर्वाद मिलना सकारात्मक माना जाएगा जिसकी वजह से छात्र पढ़ाई में अच्छे परिणाम हासिल कर सकेंगे। अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए भी यह साल अच्छा रह सकता है खासकर अगर आप लंबे समय से मेहनत कर रहे हैं। इस साल धैर्य और मेहनत आपके लिए सबसे बड़ी कुंजी साबित होंगे। आप जितना ज्यादा शॉर्टकट अपनाने या किसी स्टेप को स्किप करने की कोशिश करेंगे, उतनी ही अड़चनें और देरी का सामना करना पड़ सकता है।


स्वास्थ्य

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि साल 2026 की शुरुआत आपकी सेहत के लिए बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं कहीं जा सकती है। बृहस्पति आपके स्वास्थ्य  को अच्छा बनाए रखने की पूर्ति और कोशिश करेंगे, लेकिन आपकी राशि के समय बुद्ध की कमजोर स्थिति वर्ष की शुरुआत में आपको बीमार बना सकती है। मानसिक शांति भी भंग होगी। आपका मन मानसिक उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। बहुत सारे विचार एक साथ मन में आएंगे और बेचैनी रहेगी। इस समय अवधि को आराम से व्यतीत हो जाने दे। आपको तेज धार वाली वस्तुओं या आग से जुड़े हथियारों से सावधान रहना चाहिए। आपको ध्यान और मेडिटेशन करना चाहिए। आपके अंदर नई ऊर्जा का संचार होगा। खुद को हर दिन ऊर्जावान महसूस कर पाएंगे। आपको अपने मानसिक संतुलन को भी बनाए रखना होगा। बहुत सारी व्यवस्थाएं बिगड़कर आपका मानसिक तनाव कम करेंगी। हल्का पौष्टिक और सुपाच्य अच्छे भोजन, आपकी फूड हैबिट्स में शामिल होना चाहिए। जंक फूड और तेल वाले भोजन से जितना हो सके, दूर रहने की कोशिश करें, नहीं तो इसका आपको बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। आप बागवानी करके स्वयं को बड़ी समस्याओं से बचा सकते हैं। मानसिक तनाव को स्वयं पर हावी न होने दे। अक्टूबर से दिसंबर के बीच स्वास्थ्य चुनौती पूर्ण परिस्थितियों से गुजरेगा। राहु का गोचर सेहत में एकदम से गिरावट ला सकता है और आपको शारीरिक समस्याओं की चपेट में लेकर आ सकता है, इसलिए इस वर्ष साल के अंतिम दिनों में स्वयं को शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों से मजबूत बनाने की कोशिश करें।मानसिक रूप से आपका मन उथल पुथल में रहेगा। मन में विचारों की बाढ़ आएगी, जो आपके लिए मानसिक असंतोष और बेचैनी को देने वाला हो सकता है। इस समय आपको जोश में रहते हुए भी शांति के साथ काम करने चाहिए। जोखिम भरे कामों में शामिल होने से पूर्व अपनी सुरक्षा पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी। इस समय वाहन इत्यादि का संभल कर उपयोग करने ई जरूरत होगी। कुछ मामलों में आग या तेज धार वाली वस्तुओं के कारण भी दिक्कत हो सकती है। इस समय आप के लिए ध्यान, मेडिटेशन के काम बहुत अच्छे रह सकते हैं। इससे आपको मानसिक शांति और ताजगी का अनुभव होगा, जिससे आपकी सेहत पर सकारात्मक असर पड़ेगा। आपके अंदर नई ऊर्जा का संचार होगा और आप खुद को हर दिन ऊर्जावान और सक्रिय महसूस करेंगे। यह समय आपके लिए मानसिक संतुलन बनाए रखने का रहेगा, जो शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होगा। स्वास्थ्य के लिहाज से आपको अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित रखना चाहिए।


ज्योतिष उपाय

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा.अनीष व्यास ने बताया कि बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र या चूड़ियां भेंट करें। गौ माता को चारा अथवा हरी सब्ज़ियाँ खिलाएं। भोजन में लाल की जगह हरी मिर्च का सेवन करें। माता दुर्गा की पूजा करें और कन्याओं को भोजन कराएं।


- डा. अनीष व्यास

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक

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