मैंने उनके पैर छुए लेकिन उन्होंने मुझे नही छोड़ा... कोलकाता लॉ स्टूडेंट की FIR, हॉकी स्टिक से पीटा गया, बलात्कार का वीडिया बनाया

By रेनू तिवारी | Jun 28, 2025

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक विधि महाविद्यालय (कॉलेज) की प्रथम वर्ष की 24 वर्षीय छात्रा से संस्थान के भीतर एक पूर्व छात्र और दो वरिष्ठ छात्रों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की चिकित्सा जांच के नतीजे उसके सामूहिक बलात्कार के आरोप की पुष्टि करते हैं। इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुएतीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वाम दलों, भाजपा, कांग्रेस और एआईडीएसओ के समर्थकों की कस्बा पुलिस थाने के बाहर पुलिसकर्मियों के साथ झड़प हुई। 


पीड़िता ने घटना के एक दिन बाद 26 जून को पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई

मेडिकल जांच में सामूहिक बलात्कार के उसके आरोप की पुष्टि हुई है, जिसमें अधिकारियों ने यौन उत्पीड़न के अनुरूप चोटों की उपस्थिति की पुष्टि की है। रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टरों को उसके शरीर पर "जबरदस्ती प्रवेश, काटने के निशान और नाखून से खरोंच" के सबूत मिले हैं। आरोपी - कॉलेज कर्मचारी मोनोजीत मिश्रा (31), और छात्र जैब अहमद (19) और प्रमित मुखर्जी (20) - को अलीपुर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया और उन्हें 1 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।


कोलकाता गैंगरेप मामले में चौंकाने वाले विवरण

कोलकाता गैंगरेप मामले में चौंकाने वाले विवरण सामने आए हैं। लॉ की छात्रा ने पुलिस शिकायत में आरोप लगाया है कि उसका वीडियो बनाया गया, उसे 'हॉकी स्टिक से मारा गया', मारपीट का वीडियो ऑनलाइन लीक करके ब्लैकमेल किया गया। पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि कोलकाता गैंगरेप मामले के मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा ने लॉ की छात्रा के बॉयफ्रेंड को जान से मारने की धमकी भी दी।


‘उसने शादी का प्रस्ताव दिया’

हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा एक्सेस की गई एफआईआर के अनुसार, पीड़िता ने कहा कि शाम 6:10 बजे के आसपास सब कुछ सामान्य लग रहा था। जब अन्य लोग जाने की तैयारी कर रहे थे, तो आरोपियों में से एक ने उसे थोड़ी देर और रुकने के लिए कहा। महिला ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया, “उसने मुझे कमरे (यूनियन रूम) के बाहर बुलाया और मुझसे कहा कि पहले दिन से ही वह मुझे पसंद करता है। अपनी प्रेमिका के बाद वह किसी और से प्यार करता है और वह मैं हूं और उसने शादी का प्रस्ताव दिया।” एफआईआर के अनुसार, महिला ने कहा कि उसने अपना बैग पैक किया था और जाने की तैयारी कर रही थी जब मुख्य आरोपी ने अन्य दो व्यक्तियों को “बाहर निकलने और दरवाजा बंद करने” का निर्देश दिया। एफआईआर में लिखा है, "यह कुछ ही सेकंड में हुआ...वह मुझे वॉशरूम के पास ले गया और मुझे उत्तेजित करने के इरादे से मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की।"


'मैंने उसके पैर छुए लेकिन उसने जाने नहीं दिया'

अपनी एफआईआर में पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसने बार-बार मुख्य आरोपी से उसे जाने देने की गुहार लगाई, लेकिन उसने उसकी बात अनसुनी कर दी। अपने बयान में उसने कहा, "मैंने उसके पैर छुए लेकिन उसने मुझे जाने नहीं दिया, लेकिन उसने मेरी एक नहीं सुनी।" उसने लिखित शिकायत में कहा "उसने अन्य दो लोगों से कहा कि वे मुझे गार्ड के कमरे में ले जाएं और गार्ड को बाहर बैठा दें। उन्होंने ऐसा ही किया।


'बॉयफ्रेंड को मारने और माता-पिता को गिरफ्तार करने की धमकी दी'

एफआईआर के अनुसार, मुख्य आरोपी ने उसे बार-बार धमकाया और उसके साथ मारपीट की, जबकि दो अन्य लोग खड़े होकर देखते रहे। महिला ने आगे आरोप लगाया कि आरोपियों ने न केवल उसके साथ बलात्कार किया, बल्कि उसे चुप कराने के लिए धमकियों का भी इस्तेमाल किया। उसने कहा, "उन्होंने मेरे बॉयफ्रेंड को मारने और मेरे माता-पिता को गिरफ्तार करने की धमकी दी।" उसने यह भी कहा कि आरोपियों ने मारपीट की रिकॉर्डिंग की थी और फुटेज का इस्तेमाल उसे ब्लैकमेल करने के लिए किया था। लिखित बयान में उसने कहा, "उसने मुझे बलात्कार के समय नग्न अवस्था में दो वीडियो दिखाए। उसने धमकी दी कि अगर मैं सहयोग नहीं करूंगी और जब भी वह मुझे बुलाएगा, मैं आ जाऊंगी, तो वह यह वीडियो सबको दिखा देगा।"


'हॉकी स्टिक से मारने की कोशिश की'

घटना के बारे में बताते हुए महिला ने कहा, "उसने मुझे हॉकी स्टिक से मारने की भी कोशिश की...मैं बस एक मृत शरीर की तरह खड़ी रही। उसने जबरदस्ती से मेरे शरीर में प्रवेश किया और फिर मुझे छोड़ दिया। मैं रात 10:05 बजे कमरे से बाहर गई। उसने मुझसे कहा कि मैं किसी को न बताऊं।" पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपियों ने महिला को कॉलेज की बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर एक गार्ड रूम में बंद कर दिया। कथित तौर पर हमला शाम 7:30 बजे से 10:50 बजे के बीच हुआ। उस रात बाद में महिला ने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी और अगले दिन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। जांचकर्ताओं ने आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं और उन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।


आरोपी सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़ा 

पुलिस ने कहा कि आरोपी सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़ा है। पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि मिश्रा के सोशल मीडिया प्रोफाइल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से संबंध दिखाए गए हैं, जिससे पता चलता है कि वह कॉलेज में टीएमसी की युवा शाखा का पूर्व नेता था। मिश्रा के वकील आजम खान ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, "मेरे मुवक्किल के खिलाफ ये निराधार आरोप हैं। राजनीतिक झगड़े के कारण उन्हें फंसाया जा रहा है।" इस मामले ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने टीएमसी पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया है और मोनोजीत मिश्रा के सत्तारूढ़ पार्टी से संबंधों को उजागर किया है। जवाब में, टीएमसी ने हमले की निंदा की और खुद को आरोपी से अलग कर लिया।


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