फोर्टिस का अधिग्रहण करेगी IHH, अस्पताल श्रृंखला की नये सिरे से होगी ब्रांडिग

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 13, 2018

नयी दिल्ली। वित्तीय संकट के दौर गुजर रही देश की निजी क्षेत्र की दूसरी बड़ी अस्पताल श्रंखला फोर्टिस हेल्थकेयर के लिये आखिरकार रणनीतिक निवेशक का चयन कर लिया गया। फोर्टिस हेल्थकेयर के निदेशक मंडल ने कंपनी की 31.1 प्रतिशत हिस्सेदारी मलेशिया की आईएचएच हेल्थकेयर को बेचने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। मलेशियाई कंपनी ने फोर्टिस की हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 4,000 करोड़ रुपये की पेशकश की है जिसे कंपनी के बोर्ड ने आज मंजूरी दे दी। इस हिसाब से नकदी संकट से जूझ रही फोर्टिस हेल्थकेयर का मूल्यांकन 8,880 करोड़ रुपये बैठता है। 

आईएचएच हेल्थकेयर इसके बाद अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के वास्ते अनिवार्य रूप से खुली पेशकश लाएगी, जिसके बाद फोर्टिस हेल्थकेयर पर आईएचएच हेल्थकेयर का नियंत्रण हो जाने की उम्मीद है। आईएचएच ने कहा कि दीर्घावधि में वह फोर्टिस अस्पताल श्रृंखला की ब्रांडिंग अपनी श्रृंखला ग्लेनईगल्स के रूप में करेगी। 

मलेशियाई कंपनी फोर्टिस में 170 रुपये प्रति शेयर के भाव पर पूंजी लगाएगी। उसकी प्रतिद्वंद्वी मणिपाल-टीपीजी ने संयुक्त रूप से 160 रुपये प्रति शेयर या 2,100 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। शेयरधारकों की मंजूरी के साथ साथ सीसीआई की भी मंजूरी ली जाएगीं सौदा पूरा होने में करीब 60 से 75 दिन लगेंगे। इस घटनाक्रम पर फोर्टिस हेल्थकेयर के चेयरमैन रवि राजगोपाल ने कहा कि आईएचएच का प्रस्ताव रणनीतिक और वित्तीय दृष्टि से अधिक आकर्षक है और इसमें सुगमता तथा निश्चितता है। 

आईएचएच के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी तान सी लेंग ने कहा कि कंपनी जरूरत होने पर फोर्टिस में और अधिक निवेश करने को तैयार है। उन्होंने अलग से कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिये कहा, ‘फिलहाल हमारा मानना है कि फोर्टिस को 5,800 से 6,000 करोड़ रुपये के वित्तपोषण की जरूरत होगी। अभी हम 4,000 करोड़ रुपये का निवेश डाल रहे हैं।’ इस सौदे में कंपनी के शेयरधारकों को खुली पेशकश के जरिये निवेश से बाहर निकलने का विकल्प भी दिया गया है।

लेंग का कहना है कि इस अधिग्रहण से उसे पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में अपनी पहुंच बढ़ाने का मौका मिलेगा। आईएचएच की पेशकश तीसरी ऐसी पेशकश है जिसे फोर्टिस ने इस साल स्वीकार किया है। इससे पहले एक प्रस्ताव को शेयरधारकों ने भी खारिज कर दिया था। आईएचएच हेल्थकेयर फिलहाल दुनिया के नौ देशों में 49 अस्पतालों के तहत 10,000 बिस्तरों का परिचालन करती है। वहीं दूसरी ओर फोर्टिस के पास 45 स्वास्थ्य सुविधाएं हैं जिनमें वे परियोजनाएं भी शामिल हैं जो विकास के चरण में हैं। 

फोर्टिस के संस्थापक मलविंदर और शिविंदर सिंह के कर्ज की वजह से अपनी शेयरधारिता गंवाने से कंपनी में संकट खड़ा हुआ। ऐसे भी आरोप थे कि उन्होंने कंपनी से पैसा उठा लिया था, इस आरोप के बाद दोनों ने कंपनी को छोड़ दिया था। 

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