By निधि अविनाश | May 29, 2021
आईआईटी-दिल्ली IIT-Delhi ने अपनी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि आने वाले समय मे ंदिल्ली को कोरोना के और भी बुरे हालात से निपटने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच यहां हर दिन संक्रमण के 45000 मामले सामने आ सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से ऐसे 9000 मरीज ऐसे होंगे जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती होना पड़ेगा। टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक, दिल्ली IIT ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर हाई कोर्ट को अपनी रिपोर्ट जमा कराई है।
IIT दिल्ली की ओर से जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि संभावित तीसरी लहर से पार पाने के लिए दिल्ली को रोजाना 944 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत होगी। जस्टिस विपिन सांघी और जसमीत सिंह की पीठ ने दिल्ली सरकार को चार सप्ताह के भीतर एक चार्ट दाखिल करने को कहा, जिसमें समयसीमा तक आईआईटी दिल्ली द्वारा की गई सिफारिशों के अनुसार कई कदम लागू किए जा सकते है। रिपोर्ट में तीसरी लहर के मद्देनजर तीन संभावित स्थितियों की चर्चा की है। पहला- दूसरी लहर के दौरान देखे गए संक्रमणों की संख्या औऱ अस्पताल में प्रवेश और ऑक्सीजन की आपूर्ति की मात्रा, नए मामलों के 30 फीसदी बढ़ने की जरूरतों पर और रोगियों की संख्या में 60 परसेंट की बढ़ोतरी पर।