महाराष्ट्र में भारत बंद का असर, रोकी गई ट्रेन

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 08, 2020

मुंबई। केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों द्वारा मंगलवार को आहूत भारत बंद के मद्देनजर एक किसान संगठन के सदस्यों ने महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में ट्रेन रोकी। ‘स्वाभिमानी शेतकारी संगठन’ के सदस्यों ने बुलढाणा जिले में मलकापुर स्टेशन पर चेन्नई-अहमदाबाद नवजीवन एक्सप्रेस को रोककर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने रेल पटरियों से प्रदर्शनकारियों को हटाने के बाद संगठन के नेता रविकांत तुपकार और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया। नवी मुंबई, नासिक, धुले, पुणे और सोलापुर की कृषि उत्पाद बाजार समितियां भारत बंद के मद्देनजर बंद रहीं। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एमएसआरटीसी की बसें ‘भारत बंद’ के दौरान निर्धारित समय सारणी के हिसाब से चल रही हैं। उन्होंने कहा कि बंद के चलते कानून व्यवस्था की समस्या खड़ी नहीं होगी तो बसों का संचालन जारी रहेगा। 

इसे भी पढ़ें: किसानों का देशव्यापी बंद, सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात

इस बीच, ट्रक संगठनों की शीर्ष संस्था ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने बंद में शामिल होने का फैसला किया है और मंगलवार को अपना परिचालन निलंबित रखा है। महाराष्ट्र राज्य ट्रक टेंपो टैंकर्स वाहतुक संघ के सचिव दया नाटकर ने कहा कि दूध, सब्जियों और फल जैसी जरूरी वस्तुओं की ढुलाई को इस बंद से बाहर रखा गया है। टैक्सी यूनियन के नेता ए एल क्वादरोस ने कहा कि टैक्सियां महानगर में चल रही हैं, क्योंकि कोरोना वायरस महामारी एवं लॉकडाउन पहले ही इस क्षेत्र को बुरी तरह प्रभावित कर चुके हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस बंद को समर्थन दे रहे हैं। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि किसानों द्वारा किया गया ‘भारत बंद’ का आह्वान गैर राजनीतिक है और देश के लोगों को कृषकों के प्रति समर्थन प्रकट करने के लिए स्वेच्छा से उसमें भाग लेना चाहिए। राउत ने कहा, ‘‘ लोगों को बंद में स्वेच्छा से भाग लेना चाहिए। इससे किसानों के प्रति सच्चा समर्थन प्रदर्शित होगा। यह राजनीतिक बंद नहीं है। वैसे कई दलों ने इसमें हिस्सा लेने का निर्णय लिया है।

प्रमुख खबरें

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज

महुआ की सीट ममता के लिए बनी साख की लड़ाई? क्या BJP के लिए तुरुप का इक्का साबित होंगी शाही परिवार की राजमाता

Budaun: BJP पर अखिलेश का वार, बोले- दो चरणों में ही उखड़ गए हैं पैर, बदल गई उनकी भाषा

SRH vs RR IPL 2024: सनराइजर्स हैदराबाद और राजस्थान रॉयल्स में टक्कर, यहां देखें प्लेइंग 11