Pakistan : पुलिस ने इमरान खान के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 08, 2023

सरकार द्वारा रैली आयोजित करने पर लगी रोक का उल्लंघन कर यहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आवास के बाहर बुधवार को एकत्र हुए उनके समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार की। खान की अगुवाई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने दावा किया कि उसके ‘‘शांतिपूर्ण’’ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। खबरों के मुताबिक, प्रांतीय राजधानी में धारा 144 लागू की गई है।

पार्टी ने पुलिस कार्रवाई को ‘‘फासीवादी’’ और 70 वर्षीय खान को गिरफ्तार करने का ‘‘रास्ता साफ’’ करने का प्रयास करार दिया। भारी संख्या में तैनात पुलिस दलों ने सभी प्रवेश मार्गों को अवरुद्ध करते हुए खान के आवास के रास्ते में कंटेनर और बैरियर लगा दिए। पार्टी ने कहा कि पुलिस ने महिलाओं सहित पीटीआई कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले छोड़े तथा लाठीचार्ज किया। इसने कहा कि पुलिस ने विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस वैन में बैठा लिया।

पार्टी ने दावा किया कि दंगा-रोधी पुलिस ने जमान पार्क में खड़ी पीटीआई कार्यकर्ताओं की कारों को भी तोड़ दिया और इस कार्रवाई का विरोध करने वाले पत्रकारों के साथ भी मारपीट की। रविवार को पुलिस बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ताओं के विरोध के कारण खान को गिरफ्तार करने में विफल रही थी। खान (70) पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं।

पिछले साल अप्रैल में सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद से पुलिस ने पीटीआई प्रमुख खान के खिलाफ कम से कम 76 मामले दर्ज किए हैं। पीटीआई के वरिष्ठ नेता हम्माद अजहर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पुलिस ने जमान पार्क में एकत्रित कई पीटीआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पीटीआई कार्यकर्ताओं और महिलाओं से मारपीट की।

प्रमुख खबरें

Messi event controversy के बाद बंगाल में खेल मंत्रालय की कमान संभालेंगी ममता बनर्जी

IPL 2026 नीलामी: यूपी के प्रशांत वीर पर CSK ने लगाया 14.20 करोड़ का बड़ा दांव

IPL 2026 नीलामी: कैमरन ग्रीन बने सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी, KKR ने लगाए 25.20 करोड़

इंडसइंड बैंक में HDFC समूह की एंट्री, भारतीय रिज़र्व बैंक से 9.5% हिस्सेदारी की मंजूरी