By अभिनय आकाश | May 05, 2023
विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने शुक्रवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) को संबोधित करते हुए सदस्य देशों से एक राजनयिक उपकरण के रूप में आतंकवाद का उपयोग करने से बचने का आग्रह किया। अपनी भारत यात्रा के दूसरे दिन बोलते हुए, विदेश मंत्री ने आतंकवाद से निपटने में एससीओ देशों के बीच अधिक सहयोग के महत्व पर जोर दिया, इस मुद्दे के मूल कारणों को दूर करने के लिए संयुक्त प्रयासों का आह्वान किया। हमारे लोगों की सामूहिक सुरक्षा हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है।
विदेश कार्यालय (एफओ) ने बिलावल के हवाले से कहा, राजनयिक बिंदु स्कोरिंग के लिए आतंकवाद को हथियार बनाने में न फंसें। इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एससीओ की बैठक को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने सीमा पार आतंकवाद के मुद्दे पर प्रकाश डाला। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में आतंकवाद पर पाकिस्तान की आलोचना की है। हालांकि जशंकर ने सीधे तौर पर जिक्र नहीं किया। लेकिन आतंकवाद के बारे में बात करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकवाद का खतरा बेरोकटोक जारी है। गोवा में एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में ईएएम जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीमा पार आतंकवाद सहित आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं हो सकता है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की तारीफ की है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुलाकात के दौरान जयशंकर ने मुझे कभी भी ये अहसास नहीं दिलाया कि हमारे बीच एससीओ के उद्देश्यों और चार्टर के अनुरूप हमारे बीच द्विपक्षीय रूप से कोई मुद्दा है।