By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 30, 2018
मुंबई। भारत का विदेशी ऋण मार्च 2018 तक सालाना आधार पर 58.4 अरब डॉलर बढ़कर 529.7 अरब डॉलर हो गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने यह जानकारी दी। इस बढ़ोतरी की प्रमुख वजह वाणिज्यिक ऋण, लघु अवधि का ऋण और गैर-निवासी भारतीयों की जमा में वृद्धि होना है।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि विदेशी ऋण में बढ़ोतरी का एक कारण अधिकतर मुद्राओं के मुकाबले डॉलर का कमजोर पड़ना है जिससे मूल्यांकन में ह्रास हुआ।