बहरीन की दो दिवसीय यात्रा पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर की बातचीत

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 25, 2020

मनामा। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कोरोना वायरस संकट के दौरान भारतीय समुदाय के लोगों का “विशेष ख्याल रखने” के लिए बहरीन को धन्यवाद दिया है। बहरीन की दो दिवसीय यात्रा के दौरान जयशंकर ने अपने समकक्ष अब्दुल्लतीफ बिन रशीद अल जायनी के साथ द्विपक्षीय और साझा हित वाले क्षेत्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत की। उन्होंने बहरीन के प्रधानमंत्री प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा के निधन पर भारत सरकार और भारत के लोगों की ओर से श्रद्धांजलि भी दी। प्रिंस खलीफा का 11 नवंबर को निधन हो गया था। जयशंकर, 24 से 25 नवंबर तक बहरीन की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उन्होंने मंगलवार देर रात ट्वीट किया, “बहरीन यात्रा की शुरुआत में विदेश मंत्री डॉ अब्दुल्लतीफ बिन रशीद अल जायनी से मुलाकात की।

इसे भी पढ़ें: जो बाइडन ने कहा, मेरा राष्ट्रीय सुरक्षा दल अमेरिका को रखेगा सुरक्षित

पूर्व प्रधानमंत्री प्रिंस खलीफा बिन सलमान अल खलीफा के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।” उन्होंने कहा, “हमने ऐतिहासिक संबंधों और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान हुआ। कोविड काल में भारतीय समुदाय के लोगों का विशेष ख्याल रखने के लिए बहरीन को धन्यवाद दिया।” बहरीन में कोरोना वायरस से 85,800 लोग संक्रमित हुए हैं और 339 मरीजों की मौत हो चुकी है। बहरीन में भारतीय दूतावास की वेबसाइट के अनुसार वहां 3,50,000 भारतीय रहते हैं। यह बहरीन की कुल जनसंख्या का एक तिहाई है। जयशंकर अपनी छः दिवसीय यात्रा के दौरान बहरीन के अलावा संयुक्त अरब अमीरात और सेशेल्स भी जाएंगे। यात्रा के दौरान जयशंकर यूएई में भारतीय कामगारों को वापस नौकरी देने के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्री की यात्रा शुरू होने से पहले मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया कि यूएई में तीन लाख से अधिक भारतीय रहते और काम करते हैं।

प्रमुख खबरें

Kubera: धनुष अभिनीत फिल्म से Nagarjuna Akkineni का पहला लुक जारी | तस्वीर देखें

बृजभूषण शरण सिंह के बेटे को BJP से टिकट मिलने पर साक्षी मलिक ने जताई नाराजगी, जानें क्या कहा?

Kejriwal और ममता के करीबियों ने ही खोल दिए दोनों के बड़े राज! पहले से पता था...

अमृतसर के विकास के लिए भारतीय अमेरिकियों ने 10 करोड़ डॉलर देने का वादा किया