By अंकित सिंह | Aug 05, 2021
भारत ने दो बार पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी करते रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंचे कांस्य पदक के प्ले आफ मुकाबले में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ओलंपिक में 41 साल बाद कांस्य पदक जीता। इसके साथ ही भारत का चार दशक का इंतजार भी खत्म हो गया। भारत ने हॉकी में चार दशक बाद कोई मेडल जीता है। इसके साथ ही देश में हर तरफ उत्साह और उत्सव का माहौल है। देशवासियों की ओर से खिलाड़ियां को बधाइयां दी जा रही हैं। इस सब के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हमारी पुरुष हॉकी टीम को 41 साल बाद हॉकी में ओलंपिक पदक जीतने के लिए बधाई। ये ऐतिहासिक जीत हॉकी में एक नए युग की शुरुआत करेगी और युवाओं को खेल में आगे बढ़ने और उत्कृष्टता के लिए प्रेरित करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐतिहासिक! एक ऐसा दिन जो हर भारतीय की याद में अंकित होगा। कांस्य पदक जीतने के लिए हमारी पुरुष हॉकी टीम को बधाई। भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है।
आखिरी पलों में ज्यों ही गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने तीन बार की चैम्पियन जर्मनी को मिली पेनल्टी को रोका, भारतीय खिलाड़ियों के साथ टीवी पर इस ऐतिहासिक मुकाबले को देख रहे करोड़ों भारतीयों की भी आंखें नम हो गई। हॉकी के गौरवशाली इतिहास को नये सिरे से दोहराने के लिये मील का पत्थर साबित होने वाली इस जीत ने पूरे देश को भावुक कर दिया। इंफाल में हॉकी खिलाड़ी नीलकांत शर्मा के परिवार के सदस्य और पड़ोसी पुरुष हॉकी में टीम इंडिया की जीत का जश्न मनाते दिखाई दिए। वाराणसी में भी खुशियों का माहौल देखा जा रहा है।