ब्रिटेन में भारतीय लेक्चरर ने नस्ली भेदभाव का मुकदमा जीता

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 14, 2022

ब्रिटेन में एक भारतीय लेक्चरर ने पोर्ट्समाउथ विश्वविद्यालय के खिलाफ दायर नस्ली भेदभाव का मुकदमा जीत लिया है। डॉ. काजल शर्मा को जनवरी 2016 में पांच साल की अवधि के लिए विश्वविद्यालय में संगठनात्मक अध्ययन व मानव संसाधन प्रबंधन विभाग की ‘एसोसिएट हेड’ नियुक्त किया गया था। पांच साल बाद उनके पास पद के लिए फिर से आवेदन करने का विकल्प था। हालांकि, जब उस पद के लिए उनकी अनदेखी की गई, तो उन्होंने नवंबर 2020 में विश्वविद्यालय की शिकायत प्रक्रिया के तहत शिकायत की, जिसमें कहा गया कि उनके साथ ब्रिटेन के समानता अधिनियम 2010 के तहत भेदभाव किया गया है। इस साल 29 नवंबर को एक रोजगार संबंधी अधिकरण ने अपने आदेश में कहा, “वादी (शर्मा)अश्वेत और अल्पसंख्यक समुदाय से संबंध रखने वाली कर्मचारी थीं। वह एक विशिष्ट भारतीय उच्चारण के साथ बोलती हैं।” अधिकरण ने पाया कि लेक्चरर के साथ भेदभाव हुआ है, जिसके बाद उसने उनके पक्ष में फैसला सुनाया।

प्रमुख खबरें

Tulsi Pujan Diwas: एक बार तुलसी जी भगवान विष्णु से दूर चली गईं, तो कैसे श्रीहरि ने उन्हें मनाया

हां, हमें विश्वास है : हरमनप्रीत सिंह का बड़ा दावा, भारत जीतेगा ओलंपिक गोल्ड!

मां खालिदा जिया बीमार, 17 साल बाद तारिक रहमान की वापसी: बांग्लादेश की सत्ता का संघर्ष!

कुलदीप सेंगर की जमानत पर बवाल: सुप्रिया श्रीनेत बोलीं- यह सभ्य समाज के मुंह पर तमाचा