By अनन्या मिश्रा | May 06, 2025
हर साल 06 मई को इंटरनेशनल नो डाइट डे मनाया जाता है। हमारे शरीर के लिए सही तरह का खान-पान बहुत जरूरी होता है। आज के समय में हर व्यक्ति अपनी सेहत को लेकर काफी सजग है। वहीं लोग कई तरह की डाइटिंग को भी फॉलो करते हैं। लेकिन कई बार डाइट हमारी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकती है। डाइट करने से हम कई जरूरी पोषक तत्व स्किप कर देते हैं। जिसकी वजह से थकान आदि की समस्या होने लगती है। ऐसे में आज हम आपको इंटरनेशनल ने डाइट डे के इतिहास, महत्व और उद्देश्य के बारे में बताने जा रहे हैं।
इतिहास
बता दें कि इस दिन की शुरूआत मैरी एवंस यंग द्वारा साल 1992 में की गई थी। वह एक ब्रिटिश फेमिनिश्ट के साथ 'डाइट ब्रेकर' नामक एक ग्रुप की डायरेक्टर भी हैं। उनको इस दिन को मनाए जाने का आइडिया स्कूल के दिन से आया, जब उनको स्कूल में मोटापे की वजह से चिढ़ाया जाता था। तब मैरी ने साल 1992 में इस दिन की शुरूआत कुछ महिलाओं के साथ लंदन के हाइड पार्क में पिकनिक के रूप में की थी। इसमें उनका नारा 'डिच दैट डाइट' था।
क्यों मनाया जाता है यह दिन
दरअसल, इंटरनेशनल नो डाइट डे को डाइट कल्चर के खिलाफ मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य है कि लोग अपने शरीर को एक्सेप्ट करना सीखें और सभी तरह के बॉडी टाइप का सम्मान करना चाहिए।
साथ ही इस दिन लोगों में यह जागरुकता फैलाई जाती है कि वह बॉडी स्टैंडर्ड्स की वजह से खुद के शरीर को तकलीफ नहीं देनी चाहिए।