9/11 के हमले के बाद से अमेरिका हर वक्त अलर्ट पर है। एयरजोन में हर तरह के ऑबजेक्ट को लेकर सतर्कता बरती जाती है। इसलिए अमेरिका के दुश्मन किसी भी तरह के एक्शन के लिए हर तरह की तकनीक का इस्तेमाल करते रहते हैं। इसमें ज्यादातर जासूसी उपकरणों का इस्तेमाल होता है। लेकिन इस बार अमेरिका में फिर कुछ ऐसा हुआ है जिसने 9/11 हमले की एक बार फिर याद दिला दी है। इस बार दहशत का कारण भी एक प्लेन है। कैसे टला इस प्लेन का संकट आपको बताते हैं।
वाशिंगटन डीसी सुपरपावर देश का वो इलाका जहां दुश्मन नजर वाला परिंदा भी पर नहीं मार सकता। 9/11 के हमले के बाद जिस शहर की पूरी तरह से किलेबंदी कर दी गई। वाशिंगटन डीसी वही ठिकाना है और इस किलेबंदी की सबसे सुरक्षित इमारत यानी व्हाइट हाउस, जहां होने का मतलब है दुनिया के हर मुश्किल हमलों से बचकर निकलने का रास्ता। लेकिन एक प्राइवेट जेट की उड़ान सभी दावों पर भारी पड़ गई। न वाशिंगटन शहर सुरक्षित है और न ही व्हाइट हाउस। इस प्राइवेट जेट ने 9/11 जैसे हमले की दहशत को फिर से कायम कर दिया और हर उस चुस्त सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए।
5 जून की दोपहर अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी के ऊपर रविवार रात उड़ रहे अज्ञात विमान ने सनसनी मचा दी। संवेदनशील इलाका होने के चलते अमेरिकी वायुसेना के F16 विमानों ने उसका पीछा किया। अज्ञात विमान के पायलट से संपर्क की कोशिश भी हुई, लेकिन उस विमान से कोई जवाब नहीं मिला। आखिरकार अज्ञात विमान वॉशिंगटन डीसी के नजदीक स्थित वर्जिनिया के जंगलों में क्रैश हो गया। अमेरिकी वायुसेना का कहना है कि हमने इस विमान को निशाना नहीं बनाया । विमान के मलबे की जगह कोई जिंदा नहीं मिला। अमेरिका में एयरलाइंस से जुड़ी एजेंसी ने बताया कि अज्ञात विमान टेनेसी के एलिजाबेथ टाउन से उड़ा था और वह मैकआर्थर एयरपोर्ट जा रहा था।