ईरान ने एक हफ्ते के भीतर हुए दूसरे साइबर हमले को नाकाम किया

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 15, 2019

तेहरान। ईरान के दूरसंचार मंत्री ने रविवार को घोषणा की कि देश ने एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार किये गए साइबर हमले को नाकाम किया है। उन्होंने कहा कि इस दूसरे हमले का लक्ष्य सरकार की खुफिया जानकारियों में सेंध लगाना था। दूर संचार मंत्री मोहम्मद जवाद अजारी जहरोमी ने ट्वीट किया कि साइबर सुरक्षा के लिए तैयार की गई एक ढाल ने कथित हमले की पहचान कर उसे नाकाम कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जासूसी करने वाले सर्वरों की पहचान के साथ ही हैकरों का भी पता लगा लिया गया है। हालांकि उन्होंने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका ने ईरान पर लगाए नए प्रतिबंध, ट्रांसपोर्ट कंपनियों को बनाया निशाना

जहरोमी ने बुधवार को आधिकारिक आईआरएनए संवाद समिति को बताया था कि ईरान के इलेक्ट्रॉनिक ढांचे पर एक “बड़ा” और “सरकारी” साइबर हमला किया गया है। उन्होंने इस कथित हमले के ब्यौरे नहीं दिए थे और बताया कि इस हमले को भी नाकाम कर दिया गया और इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की जाएगी। मंगलवार को, मंत्री ने ईरान के बैंकों को निशाना बना कर की गई हैकिंग की खबरों को खारिज कर दिया था। स्थानीय मीडिया ने ईरान के बैंकों के लाखों ग्राहकों के खाते हैक होने की खबर दी थी।

इसे भी पढ़ें: ईरान ने अमेरिकी प्रतिबंध के खिलाफ प्रतिरोध का बजट पेश किया

ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब ईरान ने किसी साइबर हमले को नाकाम करने की बात कही है। हालांकि स्टक्सनेट कंप्यूटर वायरस के हमले के बाद से उसने अपने ज्यादातर ढांचों को इंटरनेट मुक्त बना दिया था। इस वायरस के बारे में माना जाता है कि इसे अमेरिका और इजराइल ने संयुक्त रूप से तैयार किया था जिसने देश के परमाणु ठिकानों में मौजूद हजारों ईरानी अपकेंद्रण यंत्रों (सेंट्रिफ्यूग) को बर्बाद कर दिया था।

 

प्रमुख खबरें

भारत और रूस की साझेदारी शांति के प्रति साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है : President Murmu

Banke Bihari Temple में हिंसक झड़प का मामला: दो सिपाहियों, चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी

देश का नागर विमानन क्षेत्र ‘पैरालिसिस’ जैसी स्थिति में: Ashok Gehlot

वन क्षेत्र निवासियों के दावों की सुनवाई करने वाली समिति में DLSA सदस्यों को शामिल करें: अदालत