क्या अल्पमत में है हरियाणा नायब सरकार! तीन निर्दलीय विधायकों ने लिया अपना समर्थन वापस

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 07, 2024

चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव के बीच हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को झटका देते हुए तीन निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को घोषणा की कि उन्होंने राज्य में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। तीन विधायकों-सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलन और धर्मपाल गोंदर ने यह भी कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है। तीनों विधायकों ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख उदय भान की मौजूदगी में रोहतक में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की। 


गोंदर ने कहा, ‘‘हम सरकार से समर्थन वापस ले रहे हैं। हम अब कांग्रेस के साथ हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने किसानों से जुड़े मुद्दों सहित विभिन्न मुद्दों पर यह निर्णय लिया है।’’ उदय भान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘तीन निर्दलीय विधायकों -सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलन और धर्मपाल गोंदर ने भाजपा नीत सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और कांग्रेस को अपना समर्थन देने का फैसला किया है।’’ उदय भान ने कहा, ‘‘मैं यह भी कहना चाहता हूं कि (90 सदस्यीय) हरियाणा विधानसभा की मौजूदा क्षमता 88 की है, जिसमें से भाजपा के 40 सदस्य हैं। 

 

इसे भी पढ़ें: बिहार की पांच लोकसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 56.01 प्रतिशत मतदान हुआ


भाजपा नीत सरकार को पहले जननायक जनता पार्टी (जजपा) के विधायकों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त था, लेकिन जजपा ने भी समर्थन वापस ले लिया था और अब निर्दलीय भी साथ छोड़ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार अब अल्पमत में है। मुख्यमंत्री सैनी को अपना इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि उन्हें एक मिनट भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव होने चाहिए।

प्रमुख खबरें

पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के खिलाफ जम्मू कश्मीर में BJP का प्रदर्शन

CAA मोदी की गारंटी है, पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में PM Modi ने कांग्रेस और टीएमसी को बताया एक ही सिक्के के दो पहलू

मोदी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला : Rajnath Singh

चुनाव के बाद Mohan सरकार में कैबिनेट का विस्तार संभव, Congress से आए नेता बन सकते हैं मंत्री