By डॉ. अनिमेष शर्मा | Nov 06, 2025
अक्सर कार मालिक सोचते हैं कि जब उनकी कार का माइलेज कम हो जाता है तो यह किसी बड़ी खराबी का संकेत है। लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता। कई बार छोटी-छोटी आदतों या जरूरी चीजों की अनदेखी से भी कार की एवरेज घट जाती है। यदि आप इन बातों पर ध्यान दें तो न केवल आपकी कार बेहतर प्रदर्शन करेगी, बल्कि हर महीने ईंधन पर हजारों रुपये भी बचेंगे।
कार का माइलेज सीधे ड्राइविंग की आदतों से जुड़ा होता है। अक्सर लोग तेज़ स्पीड में गाड़ी चलाते हैं, अचानक एक्सेलरेट करते हैं या हार्ड ब्रेकिंग करते हैं। ये आदतें इंजन पर दबाव डालती हैं और ईंधन की खपत बढ़ा देती हैं। इसके अलावा, ट्रैफिक या सिग्नल पर लंबे समय तक इंजन चालू रखने से भी ईंधन बर्बाद होता है। इसलिए, धीरे-धीरे ड्राइव करना, स्मार्ट ब्रेकिंग और सिग्नल पर इंजन बंद करना आपके माइलेज को बेहतर बनाने में मदद करता है।
टायरों में हवा का सही दबाव न होने पर गाड़ी का एवरेज घट जाता है। कम हवा होने पर टायर सड़क से अधिक संपर्क में आता है और गाड़ी को आगे बढ़ाने के लिए ज्यादा ताकत लगती है। इसे रोलिंग रजिस्टेंस कहा जाता है। ज्यादा रोलिंग रजिस्टेंस होने से इंजन पर दबाव बढ़ता है और ईंधन ज्यादा खर्च होता है। इस समस्या से बचने के लिए टायर एयर प्रेशर को नियमित रूप से चेक करें। नई गाड़ियों में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) भी दिया जाता है, जिससे आसानी से पता चलता है कि एयर प्रेशर सही है या नहीं।
इंजन ऑयल का काम इंजन के पुर्जों को चिकना रखना और घर्षण कम करना है। समय के साथ इंजन ऑयल गंदा हो जाता है और इसकी चिकनाई कम हो जाती है। इसका सीधा असर इंजन पर पड़ता है और गाड़ी को चलाने के लिए ज्यादा ईंधन खर्च होता है। इसलिए, अपने वाहन के निर्माता द्वारा बताए गए अंतराल पर इंजन ऑयल बदलना बहुत जरूरी है।
एयर फिल्टर का काम इंजन में साफ हवा पहुंचाना है। यदि एयर फिल्टर गंदा हो जाए या जाम हो जाए, तो इंजन को पर्याप्त हवा नहीं मिलती। इस कमी को पूरा करने के लिए इंजन ज्यादा फ्यूल खर्च करता है। नतीजा यह होता है कि माइलेज घटती है, इंजन परफॉर्मेंस खराब होता है और प्रदूषण भी बढ़ता है। इसलिए, सर्विस के दौरान एयर फिल्टर की जांच जरूर कराएं और जरूरत पड़ने पर बदलवाएं।
स्पार्क प्लग इंजन में ईंधन और हवा के मिश्रण को जलाने का काम करता है। यदि स्पार्क प्लग पुराने हो जाएं या खराब हो जाएं, तो सही समय और मात्रा में स्पार्क नहीं पैदा होता। इससे इंजन की क्षमता घटती है और माइलेज प्रभावित होती है। समय-समय पर स्पार्क प्लग की जांच और बदलना जरूरी है।
कार का माइलेज घटने के पीछे हमेशा बड़ी तकनीकी समस्या नहीं होती। अक्सर छोटी-छोटी गलत आदतें और जरूरी सर्विस की अनदेखी इसका कारण होती हैं। यदि आप अपनी ड्राइविंग सुधारें, टायर का एयर प्रेशर सही रखें, इंजन ऑयल और एयर फिल्टर समय पर बदलें और स्पार्क प्लग की नियमित जांच कराएं, तो न केवल आपका माइलेज बढ़ेगा बल्कि हर महीने ईंधन पर होने वाला खर्च भी काफी कम हो जाएगा।
- डॉ. अनिमेष शर्मा