By एकता | Aug 11, 2025
पिछले महीने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा देने वाले पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के ठिकाने को लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने चिंता जताई है। सोमवार को उन्होंने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर उनका पता लगाने की मांग की।
संजय राउत ने अपने पत्र में क्या लिखा?
संजय राउत ने अमित शाह को लिखे अपने पत्र में कहा कि 21 जुलाई के बाद से धनखड़ के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि राज्यसभा के कई सदस्यों ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। राउत ने कहा कि यह एक "गंभीर चिंता का विषय" है क्योंकि पूर्व उपराष्ट्रपति या उनके कर्मचारियों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।
राउत ने पत्र में यह भी कहा कि दिल्ली में ऐसी अफवाहें फैल रही हैं कि धनखड़ को उनके आवास तक ही सीमित कर दिया गया है और वह "सुरक्षित नहीं हैं"। उन्होंने इन अफवाहों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि देश को सच्चाई जानने का हक है। राउत ने गृह मंत्री से यह सवाल भी किया, "आखिर हमारे (पूर्व) उपराष्ट्रपति के साथ क्या हुआ? वह कहां हैं? उनका स्वास्थ्य कैसा है? क्या वह सुरक्षित हैं?"
राउत ने आगे कहा कि अगर उन्हें सरकार की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो वह इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक रिट याचिका दायर करने पर विचार कर सकते हैं।
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी धनखड़ के ठिकाने को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, 'मैंने 'लापता लेडीज' के बारे में सुना है, लेकिन 'लापता उपराष्ट्रपति' के बारे में पहली बार सुन रहा हूं।' उन्होंने भी गृह मंत्री से इस मामले पर स्पष्टीकरण देने की मांग की।
धनखड़ का इस्तीफा
जगदीप धनखड़ ने संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस कदम ने सत्तारूढ़ और विपक्षी दोनों खेमों को हैरान कर दिया।
धनखड़ के इस्तीफे पर विपक्ष की प्रतिक्रिया
धनखड़ के इस्तीफे के तुरंत बाद, कई विपक्षी नेताओं ने अपनी निराशा व्यक्त की। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और आम आदमी पार्टी के कुछ नेताओं ने कहा कि उन्होंने धनखड़ से मिलने का समय मांगा था, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। उनके इस्तीफे के बाद उन्होंने तुरंत उपराष्ट्रपति निवास भी खाली कर दिया था।