By रेनू तिवारी | Dec 17, 2025
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की और टेक्नोलॉजी, अर्थव्यवस्था, कनेक्टिविटी और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने विश्वास जताया कि भारत-इजराइल की द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी ‘‘और मजबूत होगी।’’ जयशंकर मंगलवार (16 दिसंबर, 2025) को दो दिन की यात्रा पर इज़राइल पहुंचे, जहाँ उन्होंने राष्ट्रपति इसाक हर्ज़ोग से मुलाकात की और अपने इज़राइली समकक्ष गिदोन सार और अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री नीर बरकत के साथ बातचीत की।
जयशंकर मंगलवार को दो दिवसीय यात्रा पर इजराइल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग से भी मुलाकात की और अपने इजराइली समकक्ष गिदोन सार तथा अर्थव्यवस्था एवं उद्योग मंत्री नीर बरकत के साथ वार्ता की। बाद में दिन में उन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात की। जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आज शाम यरुशलम में इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात कर अत्यंत प्रसन्नता हुई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं दीं। प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था, कौशल एवं प्रतिभा, संपर्क और सुरक्षा में सहयोग को और गहरा करने पर चर्चा की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रम पर उनके विचारों को महत्व देते हैं। विश्वास है कि हमारी रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी।’’ प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं।
जयशंकर की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब नेतन्याहू की प्रस्तावित भारत यात्रा की तैयारियां जारी हैं। नेतन्याहू और प्रधानमंत्री मोदी के बीच हाल में फोन पर बातचीत हुई थी, जिसके बाद इजराइली नेता ने कहा था कि दोनों ‘बहुत जल्द’ मुलाकात करेंगे। जयशंकर अबू धाबी से तेल अवीव पहुंचे, जहां उन्होंने प्रतिष्ठित ‘सर बानी यस फोरम’ में हिस्सा लिया था। अबू धाबी में वह 15 दिसंबर को आयोजित भारत-यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) आयोग की 16वीं बैठक और भारत-यूएई रणनीतिक संवाद के पांचवें दौर में भी शामिल हुए थे।
जयशंकर अबू धाबी से तेल अवीव पहुंचे, जहां उन्होंने हाई-प्रोफाइल सर बानी यस फोरम में हिस्सा लिया। उन्होंने 15 दिसंबर को हुई 16वीं भारत-यूएई संयुक्त आयोग की बैठक और भारत-यूएई रणनीतिक संवाद के 5वें दौर में भी भाग लिया।
अपने इजरायली समकक्ष गिदोन सार के साथ प्रेस को संबोधित करते हुए, जयशंकर ने सिडनी के बोंडी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत और इज़राइल दोनों की आतंकवाद के खिलाफ "ज़ीरो टॉलरेंस" की नीति है।
जयशंकर ने कहा, "सबसे पहले, मैं बोंडी बीच पर हनुक्का उत्सव में हुए आतंकी हमले में जानमाल के नुकसान पर अपनी बहुत-बहुत सच्ची, गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं कहना चाहता हूं कि हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।" उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को समर्थन देने के लिए इज़राइल को धन्यवाद भी दिया।
जयशंकर ने कहा, "जहां तक भारत और इज़राइल की बात है, हम दोनों ऐसे देश हैं जिनकी आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति है। हम आतंकवाद और उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ हमारी लड़ाई में आपके लगातार समर्थन की सराहना करते हैं।"
इजरायल के पर्यटन मंत्री हैम काट्ज़, अर्थव्यवस्था और उद्योग मंत्री नीर बरकत, कृषि और खाद्य सुरक्षा मंत्री एवी डिक्टर और वित्त मंत्री बेज़लेल स्मोट्रिच ने इस साल की शुरुआत में भारत का दौरा किया था, क्योंकि दोनों देश मुक्त व्यापार समझौते (FTA) की दिशा में गति बढ़ा रहे हैं।