नयी दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने तीन तलाक विधेयक के मामले में कांग्रेस पर दोहरा मानदंड अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि लोकसभा में इस विधेयक को समर्थन देने के बाद अब विपक्षी पार्टी राज्यसभा में इसे अटकाने का प्रयास कर रही है। भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार इस विधेयक पर चर्चा कराना चाहती है जिसमें तीन तलाक को दंडनीय अपराध घोषित करने का प्रस्ताव किया गया है। सरकार चाहती है कि इस पर जीएसटी विधेयक जैसी आमसहमति बनायी जाए।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बैठक के बाद संवाददाताओं को इस आशय की जानकारी दी। कुमार ने जेटली को उद्धृत करते हुए कहा कि कांग्रेस इस मामले में दोहरा मानदंड प्रदर्शित कर रही है। लोकसभा में समर्थन देने के बाद कांग्रेस अब राज्यसभा में इसे अटकाने का प्रयास कर रही है। भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मौजूद थे। राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक को पारित कराने के लिये सरकार को विपक्ष एवं अन्य गैर राजग दलों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी।
अनंत कुमार ने कहा कि सरकार तीन तलाक विधेयक पर कांग्रेस और अन्य दलों से बात कर रही है ताकि इसे पारित कराया जा सके। मुस्लिम महिला विवाह अधिकार सुरक्षा विधेयक पिछले सप्ताह लोकसभा में पारित हो गया था। उन्होंने कहा कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने वाला एक विधेयक आज लोकसभा में आना है। इस विधेयक पर पिछली बार राज्यसभा में विपक्ष अपना संशोधन पारित कराने में सफल रहा था।
भाजपा ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने वाले विधेयक को पिछड़े वर्ग के सशक्तीकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तौर पर पेश करना चाहती है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने सदस्यों को विधेयक के बारे में जानकारी दी। बैठक के दौरान अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हज पर जाने वाली 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं के लिये मेहरम की जरूरत को समाप्त करने के सरकार के कदम के बारे में जानकारी दी।