By अभिनय आकाश | Jun 29, 2021
पश्चिम बंगाल प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा पांच साल बाद बंगाल में अगली सरकार बनाने के लिए लड़ेगी। अब मुकाबला केवल भाजपा और टीएमसी के बीच में है और तृणमूल कांग्रेस की ‘खराब मानसिकता’ को लोकतांत्रिक तरीके से हराएगी भाजपा। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल में बीजेपी और कमल के निशान को खिलाने में बहुत छोटी अवधि में एक लंबी यात्रा की है। 2014 के लोकसभा के चुनावों में हम 2 सीट जीतकर आए थे और 18% वोट मिले थे। 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ 3 सीटें मिली थीं और हमारा वोट प्रतिशत 10.16% था। 2019 में हमें 40.25% वोट मिला और 42 में से 18 सीटें मिलीं।
चुनावी हिंसा पर ममता सरकार को घेरा
बंगाल में चुनाव के बाद संगठित हिंसा देखी गई, जबकि वहां एक महिला मुख्यमंत्री है; यह शर्मनाक है। जहां टीएमसी थी वहां चुनाव में हिंसा हुई। पश्चिम बंगाल में सबसे अधिक अत्याचार महिलाओं पर हुआ है। बंगाल की पुलिस मूकदर्शक रही है। इससे ज्यादा शर्मनाक बाद नहीं हो सकती है।
टीएमसी सांसद के जाली टीकाकरण पर कसा तंज
जेपी नड्डा ने फर्जी वैक्सीनेशन कैंप के बहाने ममता सरकार को घेरा। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार, टीएमसी और ममता ये एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। जहां टीएमसी और ममता होंगी, वहां अराजकता होगी, भ्रष्टाचार होगा। वैक्सीन पर भी अगर घोटाला हुआ है तो वो पश्चिम बंगाल में हुआ है। बंगाल में मिमी चक्रवर्ती को ही नकली वैक्सीन लगा दी। भ्रष्टाचारियों का साथ दोगे, तो सांसदों को भी नकली वैक्सीन लगेगी और जाली टीकाकरण ही होगा। नड्डा ने कहा कि ममता ने टीकाकरण पर सबसे पहले कहा कि ये कितना सफल होगा, पता नहीं। फिर कहा कि हम खुद वैक्सीन खरीदेंगे, फिर करने लगी की हमें मुफ्त वैक्सीन दो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी को मुफ्त वैक्सीन देने का निर्णय किया है और 21 जून से ये अभियान चल रहा है।
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने बंगाल हिंसा के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि राज्य में जो चल रहा है हमने शायद आजादी के बाद ऐसा किसी भी राज्य में नहीं देखा। राजनीतिक हितों के लिए अन्याय को रोकने की बजाय बढ़ावा देना ऐसी जगह पहुंच गया है कि शरारती तत्व किसी चीज से नहीं डर रहे हैं। सुप्रियो ने कहा कि मानवाधिकार आयोग (NHRC ) सुप्रीम कोर्ट के निर्देशन में अपना काम करने जा रहा है, उनपर भी हमले हो रहे हैं। इससे अधिक शर्मनाक बात क्या हो सकती है। ममता बनर्जी को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी, बस समय का इंतजार है।