10-15 साल बाद कैसी होगी बीजेपी की लीडरशिप, प्रशांत किशोर का बड़ा दावा, मोदी-योगी को लेकर कही ये बात

By अंकित सिंह | Aug 21, 2025

बिहार चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने की कोशिशें तेज़ कर दी हैं। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर भी पूरे बिहार में प्रचार कर रहे हैं। लगभग 20% मुस्लिम आबादी वाले राज्य में, राजनीतिक दल इस समुदाय को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अब एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें प्रशांत किशोर लालकृष्ण आडवाणी, नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ की तुलना करके मुसलमानों को भाजपा के खिलाफ वोट देने के लिए प्रेरित करते नज़र आ रहे हैं।

 

इसे भी पढ़ें: राजनीतिक भ्रष्टाचार व अपराध को मिटाने के लिए भाजपा द्वारा लाए हुए तीन नए कानूनों के सियासी मायने समझिये


किशोर ने कहा कि मैं यहाँ बैठे आप सभी से आडवाणी और मोदी में से किसी एक को चुनने के लिए कहूँगा। आप सब आडवाणी को चुनेंगे। आडवाणी चाहे कितने भी खतरनाक क्यों न हों, मोदी उससे भी ज़्यादा खतरनाक हैं। लिख लीजिए - दस साल बाद, जब मैं आपसे फिर मिलूँगा, तो मैं आपसे एक बार फिर पूछूँगा: कौन बेहतर है - योगी या मोदी? और आप कहेंगे: मोदी तो फिर भी बर्दाश्त करने लायक थे, लेकिन यह योगी असहनीय है। जन सुराज के संस्थापक ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश को दक्षिणपंथी बनाने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि आप समझ नहीं रहे कि आरएसएस (संघ) क्या कर रहा है। संघ धीरे-धीरे केंद्रीय विचारधारा को दक्षिणपंथ की ओर मोड़ रहा है—आपके लिए नहीं, बल्कि हिंदुओं के लिए।


प्रशांत किशोर ने कहा कि आप जिस बयान की बात कर रहे हैं, उसके बारे में मैंने लोगों को भाजपा नेतृत्व के विकास को समझाने की कोशिश की थी। पहले अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी थे। वाजपेयी जी को नरम हिंदुत्व का प्रतीक माना जाता था और आडवाणी जी को कट्टर। आज अगर आप आडवाणी जी और मोदी जी की तुलना करें - जो लोग आडवाणी जी को कट्टर मानते थे, आज उन्हें मोदी जी की तुलना में नरम पाएंगे। इसलिए, मैंने कहा कि आने वाले समय में भाजपा नेतृत्व का पथ धीरे-धीरे कट्टर होता जाएगा। 10-15 साल बाद एक समय ऐसा आएगा कि भाजपा का नेतृत्व किसी कट्टरपंथी के हाथ में होगा, जिसके सामने मोदी जी का हिंदुत्व नरम लगेगा। 

 

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: Modi ने Amit Shah और Rajnath Singh को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, आने वाले दिनों में देश में दिखेंगे कई बड़े बदलाव


नेता ने आगे कहा कि आरएसएस ने पहले वाजपेयी को आगे रखा और जब हिंदुओं ने वाजपेयी को स्वीकार कर लिया, तो उन्होंने आडवाणी को आगे कर दिया। जब आडवाणी को स्वीकृति मिल गई, तो उन्होंने मोदी को आगे कर दिया और जब हिंदू समाज मोदी को स्वीकार कर रहा है, तो संघ योगी को आगे लाने की योजना बना रहा है।

प्रमुख खबरें

Vishwakhabram: Modi Putin ने मिलकर बनाई नई रणनीति, पूरी दुनिया पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव, Trump समेत कई नेताओं की उड़ी नींद

Home Loan, Car Loan, Personal Loan, Business Loan होंगे सस्ते, RBI ने देशवासियों को दी बड़ी सौगात

सोनिया गांधी पर मतदाता सूची मामले में नई याचिका, 9 दिसंबर को सुनवाई

कब से सामान्य होगी इंडिगो की उड़ानें? CEO का आया बयान, कल भी हो सकती है परेशानी