By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 26, 2018
नयी दिल्ली। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (दिल्ली हवाईअड्डे) पर कम दृश्यता की वजह से मंगलवार को उड़ानों का परिचालन आंशिक तौर पर निलंबित रहा और 80 से अधिक उड़ानों में देरी हुई। राजधानी दिल्ली में मंगलवार की सुबह सर्द और कोहरे में डूबी रही। इस वजह से दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गयी। एक अधिकारी ने बताया कि करीब 11 घंटे तक निम्न दृश्यता प्रक्रियाएं (एलवीपी) लागू रहीं। इस दौरान दो उड़ानों को रद्द करना पड़ा, पांच के मार्ग में परिवर्तन किया गया और 84 उड़ानों में देरी हुई।
तीन अंतरराष्ट्रीय और दो घरेलू उड़ानों के मार्ग में परिवर्तन किया गया। किसी भी विमान के उड़ान भरने के लिए कम-से-कम 125 मीटर की दृश्यता जरूरी है। अधिकारी के मुताबिक, कम दृश्यता उड़ान (एलवीटीओ) आवश्यकताएं पूरी नहीं होने की वजह से उड़ानों की रवानगी को सुबह सात बजकर 15 मिनट पर दो घंटे के लिए रोका गया। प्रस्थान सेवा 9 बजकर 16 मिनट पर फिर से शुरू हो सकी। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा देश का सबसे व्यस्ततम हवाईअड्डा है। यहां से औसतन हर घंटे 70 से ज्यादा उड़ानें संचालित होती हैं। इसमें आगमन और प्रस्थान दोनों शामिल हैं।