By दिव्यांशी भदौरिया | Feb 20, 2025
सनातन धर्म में महाशिवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस दिन जलाभिषेक के साथ दुग्धाभिषेक, रुद्राभिषेक व पूजन विधि समस्त भक्तों के लिए अत्यंत शुभ फल देने व कल्याण करने वाला होगा। ज्योतिष के अनुसार, इस बार महाशिवरात्रि पर भद्रा का साया लगने वाला है, तो ऐसे में आपको पता होना चाहिए किस समय शिवलिंग पर जलाभिषेक करें।
महाशिवरात्रि पर किस समय जलाभिषेक करें
इस बार महाशिवरात्रि पर भद्रा का साया रहने वाला है। इसलिए फरवरी यानी महाशिवरात्रि के दिन 26 फरवरी को सबुह 11 बजकर 03 मिनट से रात 10 बजकर 17 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भद्रा के समय कुछ कार्य करने की मनाही होती है। हालांकि, भगवान शिव की पूजा आदि में भद्रा नहीं देखी जाती है। इस बार महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 8 मिनट से लेकर श्रवण नक्षत्र के साथ शुरु होकर सांयकाल 5 बजकर 23 मिनट तक धनिष्ठा नक्षत्र लगने के बाद 27 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट तक रहेगा। महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक सुबह 11 बजकर 8 मिनट से शत्रुनाशक परिघ योग व शुभ की चौघड़िया में कर सकते हैं। धर्मग्रंथों के अनुसार महाशिवरात्रि निशीथकालीन पर्व है। इस दिन प्रदोषकाल में ही भगवान शिव का पूजन करना चाहिए।