By अभिनय आकाश | Dec 20, 2022
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र कल से शुरू हो गया है। कल का दिन कर्नाटक महाराष्ट्र सीमा मुद्दों पर हावी रहा। आज शिवसेना में बगावत और एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव ठाकरे और शिंदे दोनों आमने-सामने होंगे। इसलिए महाराष्ट्र का ध्यान इस यात्रा की ओर गया है। वहीं आज सत्र की शुरुआत ही तीखे व्यंग बाणों से हुई। एनसीपी नेता अजीत पवार ने विकास कामों को रोके जाने का आरोप सरकार पर लगाया। पलटवार करते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मैंने बहुत सारी बातें आपसे ही सीखी है। फडणवीस ने कहा कि हमारी सरकार के कई कामों को एमवीए सरकार ने भी रोका था।
सड़कों के गड्ढों को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष भिड़े!
नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने सत्र में सड़क के गड्ढों का मुद्दा उठाया है। उन्होंने सरकार को समृद्धि हाईवे के बारे में भी जानकारी दी है। इस हाईवे पर गति की कोई सीमा नहीं है, इसलिए टायर फटने की घटनाएं हो रही हैं। सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे भी हैं। उनके सवाल पर शंभूराज देसाई ने इस मुद्दे को पिछली ठाकरे सरकार तक पहुंचा दिया है. शंभूराज देसाई ने कहा कि पिछले दो साल से सड़कें खराब हैं और उस समय के गड्ढों की भी जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही अजीत पवार ने कहा कि जब से शिंदे-फडणवीस सरकार सत्ता में आई तब से विकास कार्यों को रोकने का काम शुरू हो गया है।
फडणवीस का जोरदार पलटवार
अजित पवार का जवाब देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने सदन में कहा कि आप सात-सात बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। मैं इससे कम बार चुनाव जीता हूं लेकिन मैंने कई सारी बातें आपसे ही सीखी हैं। जब उधव ठाकरे के नेतृत्व में महाविकास अघाड़ी की सरकार राज्य की सत्ता में आई तब आप उप मुख्यमंत्री बने थे। उस दौरान पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के द्वारा लाए गए विकास कार्यों को रोकने का काम आपने ही किया था।
ज्यादा मजे ले रही है कर्नाटक सरकार...जयंत पाटिल!
जयंत पाटिल ने सत्र में कर्नाटक महाराष्ट्र सीमावाद का मुद्दा उठाया। जब हसन मुश्रीफ कर्नाटक गए तो उन्हें हिरासत में लिया गया, पीछे धकेला गया और सदन में माहौल गरमा गया। जयंत पाटिल ने कर्नाटक सरकार को दी चेतावनी जयंत पाटिल ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि अगर कर्नाटक सरकार इतना ही मजाक कर रही है तो हम अपने बांधों की ऊंचाई बढ़ा देंगे, हमारा पानी हमारे हाथ में है. इसके बाद स्पीकर ने केवल हसन मुश्रीफ को इस मुद्दे पर बोलने का मौका दिया।