अमेरिका में पढ़ने जा रहे छात्र कहीं किसी धोखे का शिकार तो नहीं- भारतीय दूतावास

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 11, 2019

वाशिंगटन। अमेरिकी विश्वविद्यालयों में तालीम पाने के ख्वाहिशमंद छात्रों को भारतीय दूतावास ने मशविरा दिया है कि वे जिस यूनिवर्सिटी में पढ़ना चाहते हैं वहां जाने से पहले तसल्ली कर लें कि कहीं धोखाधड़ी के शिकार तो होने नहीं जा रहे हैं। बीते महीने करीब 100 भारतीय छात्र उस वक्त पशोपेश में पड़ गये थे जब उन्हें यह समझ में आया कि जिस यूनिवर्सिटी का उन्होंने फॉर्म भरा है वह वास्तव में फर्जी है।

 

इसे भी पढ़ें: मस्जिद हमलों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने न्यूजीलैंड जाएंगे प्रिंस विलियम 

 

दूतावास की सलाह में कहा गया है कि ऐसे छात्र खासतौर पर तीन बातों का ख्याल रखें। पहली बात यह कि विश्वविद्यालय किसी कैम्पस से चल रहा है या फिर उसके पास महज प्रशासनिक कमरा है और वह वेबसाइट ही चला रहा है। दूसरी बात यह है कि क्या उसके पास टीचर हैं या नहीं और तीसरी बात यह कि विश्वविद्यालय क्या पढ़वाएगा और वह नियम से कक्षा चलवाता है या नहीं। इसमें आगे कहा गया है कि ऐसी यूनिवर्सिटी में प्रवेश ले चुके छात्रों के पास भले ही नियमित स्टूडेंट वीजा हो, पर वे कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं और उन्हें अमेरिका से बैरंग लौटना पड़ सकता है।

इसे भी पढ़ें: कैलिफोर्निया की मस्जिद में आग, न्यूजीलैंड जैसा आतंकी हमला होने का शक का

गौरतलब है कि कुछ समय पहले अमेरिकी प्रशासन ने ‘पे टू स्टे’ वीजा रैकेट का भांडाफोड़ करके 129 भारतीय छात्रों को गिरफ्तार कर लिया था। इन छात्रों ने फर्जी विश्वविद्यालयों में प्रवेश लिया था। भारतीय दूतावास के प्रवक्ता शंभु हक्की ने इस परामर्श में कहा, ‘‘ये सुनिश्चित करने के लिए कि भारतीय छात्र किसी ‘‘जाल’’ में न फंसे, ये सलाह दी जाती है कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों में प्रवेश से पहले अच्छी तरह जांच पड़ताल कर लें।’’ 

 

प्रमुख खबरें

बाबरी विध्वंस की बरसी पर UP पुलिस अलर्ट, अयोध्या समेत ये प्रमुख शहर छावनी में तब्दील

बनारसी साड़ी और 100 साल पुरानी ज्वैलरी में नीता अंबानी का रॉयल अंदाज़, भारतीय कारीगरों का किया सम्मान

क्या से क्या हो गया...ट्रंप की पाक नीति पर कांग्रेस का हमला, 2017 से 2025 तक यू-टर्न

अमेरिकी खेल खेल रहे हैं...पुतिन के भारत दौरे के बीच जेलेंस्की-जर्मनी के चांसलर का कॉल हुआ लीक