By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 06, 2019
हावड़ा (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जवानों के शव पर अवसरवादी राजनीति करने का बुधवार को आरोप लगाया और खुद को एकमात्र देशभक्त के तौर पर पेश करने के लिए उनपर तंज कसा। बनर्जी ने‘‘काली सूची” में शामिल मोदी सरकार को लोकसभा चुनाव में केंद्र से हटाने और यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया कि देश में मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह के साइनबोर्ड तक के भी नामो निशां न रहें। बनर्जी ने हावड़ा जिले के एक कार्यक्रम में कहा, “क्योंकि आपने (मोदी) पिछले पांच सालों में कुछ नहीं किया इसी वजह से आपको मिसाइल, बम एवं जवानों के पार्थिव शरीर दिखाने की जरूरत पड़ रही है। आपको शर्म नहीं आती कि आप जवानों के शवों पर अवसरवादी राजनीति कर रहे हैं? हम हमारे सशस्त्र बलों, हमारे देश के साथ खड़े हैं लेकिन हम मोदी शासन के साथ नहीं हैं।
उन्होंने कहा, “बालाकोट में जैश के प्रशिक्षण शिविरों पर हुए हवाई हमलों के नतीजों के बारे में सवाल पूछने वालों को ‘पाकिस्तानी’ करार दिया जा रहा है जैसे कि हम सब पड़ोसी देश से हैं और केवल वह (मोदी) एक भारतीय हैं।” तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने हाल ही में हवाई हमले के सबूत मांगे थे और कहा था कि विपक्षी पार्टियां बालाकोट में आतंकवादी शिविरों पर किए भारतीय वायु सेना की कार्रवाई के ब्यौरे जानना चाहती हैं।
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बनर्जी एवं भाजपा के बीच जबर्दस्त जुबानी जंग चल रही है जहां उनकी पार्टी भाजपा पर पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर किए गए हवाई हमलों का कथित राजनीतिकरण करने को लेकर हमला बोल रही है वहीं दूसरी ओर भगवा पार्टी का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस हमले पर शक जता कर पाकिस्तान की तरह बात कर रही है। मुख्यमंत्री ने मोदी की व्याख्या ‘गब्बर सिंह’ के तौर पर की और आरोप लगाया कि देश के प्रत्येक संस्थान एवं मीडिया हाउस को भाजपा नीत सरकार डरा-धमका रही है।