By अनन्या मिश्रा | May 05, 2024
हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर आज यानी 05 मई को अपना 70वां जन्मदिन मना रहे हैं। पंजाब-हरियाणा के विभाजन के बाद निंदाना में 05 मई 1954 को मनोहर लाल खट्टर का जन्म हुआ था। उनका शुरूआती और राजनीतिक जीवन दोनों काफी कमाल के रहे। मनोहर लाल खट्टर शुरूआत से पढ़ाई में काफी होनहार थे और एक समय पर सब्जी बेचने का काम किया करते थे। खट्टर भारतीय राजनीतिक के उन नेताओं की लिस्ट में शामिल हैं, जिन्होंने अब तक शादी नहीं की और पूरा जीवन शादी न करने की शपथ ली थी।
शुरूआती शिक्षा और कार्य
मनोहर ने अपनी शुरूआती शिक्षा आनंदपुर हाईस्कूल से की थी। बताया जाता है कि वह गणित में काफी अच्छे थे। वहीं पढ़ाई में उनकी काफी रुचि थी। यही कारण रहा कि वह अपने क्लास के मॉनिटर भी बनाए जाते थे। मनोहर लाल खट्टर हरियाणा की राजनीति के पहले गैर जाट सीएम बने थे। साल 1947 में जब देश का विभाजन हुआ, तब उनका परिवार पाकिस्तान से निदांना गांव आकर बस गए। इनके पिता और बाबा दूसरों के खेतों में मजदूरी का काम किया करते थे।
हालाँकि समय बदलने के बाद खट्टर के परिवार ने जमीन खरीदी और अपनी जमीन पर खेती का काम शुरूकर दिया। मनोहर कुल 5 भाई थे और वह अपने भाइयों में सबसे बड़े थे। ऐसे में परिवार की आर्थिक जिम्मेदारियों का बोझ भी मनोहर लाल खट्टर पर थी। खट्टर के पिता हरवंश लाल जीवनयापन के लिए सब्जियां उगाने का काम करते थे। वहीं जब मनोहर लाल स्कूल से वापस आते थे, तो अपने पिता के कार्यों में हाथ बटाते थे। 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद मनोहर लाल ने परिवार की आर्थिक सहायता के लिए दुकान खोली थी।
आरएसएस से जुड़े मनोहर लाल खट्टर
आगे की शिक्षा के लिए मनोहर लाल दिल्ली विश्वविद्यालय में एडमिशन लेते हैं। इस दौरान वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए। साल 1977 में उन्होंने आरएसएस की सदस्यता ली और 27 साल की आयु तक उन्हें संघ में प्रचारक के रूप में वह खूब फेमस हुए। इस दौरान परिवार की तरफ से उन पर शादी का दबाव डाला जाने लगा। लेकिन उन्होंने संघ की प्रमुखता के लिए मनोहर लाल ने कभी शादी न करने का फैसला लिया। वह 14 सालों तक संघ के लिए कार्य करते रहे। फिर साल 1994 में वह बीजेपी में शामिल हो गए और इसके बाद उनको राज्य भाजपा का महासचिव बनाया गया।
पहली बार लड़े चुनाव
संघ और भारतीय जनता पार्टी के लिए सालों तक काम करने के बाद मनोहर लाल खट्टर ने पहली बार साल 2014 का विधानसभा चुनाव लड़ा। इस दौरान जाटों के दिग्गज नेता माने जाने वाले भूपिंदर सिंह हुड्डा की राज्य में सरकार थी। पहली बार में ही मनोहर लाल खट्टर को जीत मिली और राज्य में भाजपा की सरकार बनी। मनोहर लाल ने हरियाणा में हु़ड्डा को हराकर अपनी सरकार बनाई। जिसके बाद उनको राज्य का सीएम बनाया गया। वहीं साल 2019 में एक बार फिर मनोहर लाल खट्टर को जीत मिली और दोबारा सीएम बनें।