By अभिनय आकाश | Jan 29, 2022
यूपी में मुस्लिम वोटों पर नजर रखने वाली पार्टियां उम्मीद कर रही हैं कि उत्तर प्रदेश का मुस्लिम वोटर भी पश्चिम बंगाल की तरह एक ही पार्टी यानी सिर्फ उन्हें ही चुनेगा। उत्तर प्रदेश में बीते दो दशक के दौरान इन पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का वर्चस्व रहा है। मुस्लिम वोटों की चाह में इस बार बसपा सुप्रीमो मायावती पिछले बार के भी अपने रिकॉर्ड को तोड़वे वाली है। इस बार के चुनाव में बसपा ने अभी तक यूपी की 403 सीटों में से 225 पर अपने उम्मीदवार घोषित की हैं। जिसमें 60 सीट मुस्लिम प्रत्याशियों के खाते में गए हैं। यानी की अभी तक की कुल घोषित उम्मीदवारों की संख्या में ये करीब 26 फीसदी है।
काम करेगा बसपा का ये दांव
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने 403 में से 99 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे थे। इसके साथ ही वो सार्वजनिक सभाओं में मुस्लमानों से बसपा के पक्ष में वोट करने की अपील बार-बार करती नजर आईं थीं। ये और बात है कि 99 मुस्लिम उम्मीदवारों में से केवल 5 को ही जीत मिल पाई थी। ऐसे में इस बार के चुनाव में सभी के दिलों में ये सवाल है कि क्या बसपा के मुस्लिम प्रत्याशी वाला दांव जीत के साथ उसकी स्थिति को मजबूत कर पाएगा। या फिर कहीं ये अपनी जीत सुनिश्चित करने से अधिक सपा का नुकसान तो नहीं कर देगा।
किस चरण में कितने मुस्लिम उम्मीदवार
उत्तर प्रदेश में चुनाव की शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। बसपा ने पहले चरण की 58 सीटों में से 16 पर मुस्लिम कैंडिडेट उतारे हैं। दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। बसपा ने दूसरे चरण की सभी 55 सीटों पर बसपा ने 23 मुस्लिम उतारे हैं। तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 59 सीटों पर चुनाव होंगे। बसपा ने तीसरे चरण की 59 में से 5 और चौथे चरण में 16 सीटों पर मुस्लिमों को उतारा है।
यूपी में मुस्लिम वोट का गणित इतना अहम क्यों है?
यूपी में 143 विधानसभा सीटों पर मुस्लिम वोट असरदार हैं। करीब 70 विधानसभा सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम आबादी 20 से 30 फीसदी के बीच हैं। 43 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम आबादी 30 फीसदी से ज्यादा हैं। यूपी में 36 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम प्रत्याशी अपने बूते पर जीत हासिल कर सकते हैं। यानी यूपी में करीब 100 सीटों पर या दूसरे शब्दों में कहे हर चौथी सीट पर मुस्लिम वोट एक निर्णायक फैक्टर है।