By निधि अविनाश | Dec 03, 2021
भारत में महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए सोशल प्लेटफॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम में एक नया फीचर जुड़ने वाला हैं। प्लेटफॉर्म पर गंदी तस्वीरों को शेयर करने से लेकर उत्पीड़न के खिलाफ सोशल नेटवर्क नई पॉलिसी बनाने में जुट गई है। महिलाओं के लिए एक सुरक्षित ऑनलाइन स्थान बनाने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि, फोटो-शेयरिंग ऐप ने हाल ही में युवाओं को ऑनलाइन सुरक्षित रहने में मदद करने के लिए दो सुरक्षा अभियान शुरू किया था। पहला सेफ स्त्री और दूसरा माई कानून। सेफ स्त्री प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध सुरक्षा सुविधाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हैं वहीं माई कानून यूजर्स उनके कानूनी अधिकार और सुरक्षा को लेकर सूचित करता है। इसके अलावा, सोशल नेटवर्किंग ने 18 मिलियन से अधिक पोस्ट को डिलीट किया है जिनमें से 2.3 मिलियन कंटेट न्यूडीटी और सेक्सुअल एक्टीविटी से संबधित थे। वहीं 87,000 कंटेट भारत में केवल धमकाने और उत्पीड़न से संबधित थे।
महिला सुरक्षा केंद्र
सेफ्टी हब हिंदी समेत 11 भाषाओं में लॉन्च किया गया है। इससे भारत की महिलाएं अधिक से अधिक टूल और संसाधनों के बारे में जानकारी हासिल कर सकेगी और ऑनलाइन सुरक्षित रहते हुए सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए शिकायत कर पाएंगी। अंग्रेजी अखबार TOI में छपी एक खबर के मुताबिक, महिला सुरक्षा हब मंच पर नेविगेट करते समय महिलाओं को आवशयक सभी सुरक्षा संसाधन प्रदान किया जाएगा। इसमें वीडियो-ऑन-डिमांड सेफ्टी ट्रेनिंग और विजिटर को हिंदी, मराठी, पंजाबी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बंगाली, ओडिया, असमिया, कन्नड़ और मलयालम जैसी कई भाषाओं में आयोजित लाइव सेफ्टी ट्रेनिंग होस्ट करने के लिए रजिस्टर करने की अनुमति देगा।
StopNCII.org
StopNCII.org मेटा द्वारा निर्मित और यूके रिवेंज पोर्न हेल्पलाइन द्वारा संचालित,.यूजर की सुरक्षा, गोपनीयता और सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, इसका उद्देश्य non-consensual intimate images (NCII) के प्रसार को रोकने में दुनिया भर की महिलाओं को सशक्त बनाना है। भारत में महिलाओं की ऑनलाइन गोपनीयता की रक्षा के लिए, मंच ने सोशल मीडिया मैटर्स, सेंटर फॉर सोशल रिसर्च और रेड डॉट फाउंडेशन जैसे संगठनों के साथ भागीदारी की।