By रेनू तिवारी | May 29, 2025
ओडिशा के कालाहांडी से एक दर्दनाक घटना सामने आयी है। जहां अंधविश्वास के कारण एक व्यक्ति की बेदर्दी से हत्या कर दी गयी। जादू तोने का विश्वास इस कदर हावी हुआ कि वह इंसानियत को भूल गया और हत्यारा बन बया। कालाहांडी जिले में जादू-टोना करने के शक में 65 वर्षीय एक व्यक्ति का कथित तौर पर सिर धड़ से अलग कर दिया गया।
सिर की लाश देयपुर गांव के एक तलाब से बरामद
पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बिना सिर की लाश देयपुर गांव के एक तलाब से बरामद की गई है। पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान कलामपुर पुलिस थाना क्षेत्र के देयपुर गांव निवासी रूपसिंह माझी के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक रूपसिंह की कथित हत्या 18 मई की रात को की गई थी। उसने बताया कि रूप सिंह का धड़ गांव के एक बड़े तालाब बैजहाली सागर से बरामद किया गया, जबकि सिर की तलाश अब भी जारी है। रूपसिंह के भाई दुर्जन माझी ने 20 मई को कलामपुर पुलिस थाने में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी।
कुल्हाड़ी से रूपसिंह की हत्या कर दी
दुर्जन ने बताया था कि उनका भाई दो दिन से घर नहीं लौटा है। पुलिस को जांच के दौरान 23 मई को देयपुर पंचायत कार्यालय के पीछे खून के धब्बे मिले, जिससे अनहोनी की आशंका पैदा हुई। आगे की जांच में खुलासा हुआ कि रूपसिंह के लापता होने के कुछ समय बाद से ही एक स्थानीय युवक गांव छोड़कर चला गया है। पुलिस ने कहा कि संदिग्ध 21 वर्षीय युवक को गोवा से पकड़ा गया। पुलिस के मुताबिक पूछताछ के दौरान युवक ने स्वीकार किया कि उसने पंचायत कार्यालय परिसर में कुल्हाड़ी से रूपसिंह की हत्या कर दी और शव बैजहाली सागर तलाब में फेंक दिया। पुलिस पूछताछ में युवक ने दावा कि रूपसिंह जादू-टोना करता था।
सिर विहीन शव बरामद किया
कलामपुर पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक नीलांबर जानी ने बताया, ‘‘जब हम आरोपी को घटनास्थल पर लाए तो उसने शव को कहां फेंका है, इसके चिह्नित किया। ओडीआरएएफ (ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल) और अग्निशमन सेवाओं की मदद से हमने कल सिर विहीन शव बरामद किया।’’ उन्होंने बताया कि रूपसिंह के सिर को ढूंढने के लिए तलाश अभियान बृहस्पतिवार को भारी बारिश के बावजूद जारी रहा। अधिकारी ने बताया कि आरोपी पुलिस की हिरासत में है और प्रकरण की जांच की जा रही है।