By अभिनय आकाश | May 09, 2025
भारत की लड़ाई इस समय पाकिस्तान के साथ नहीं बल्कि पाकिस्तान में फैले आतंकवाद के साथ है। लेकिन अब इसी आतंकवाद के समर्थन में पाकिस्तान अब खुलकर भारत का विरोध कर रहा है। भारत पर हमले कर रहा है। इसके जवाब में भारत लगातार काउंटर अटैक कर रहा है। बड़ी बात ये है कि भारत की इन कार्रवाईयों में पूरी दुनिया लगातार भारत के समर्थन का ऐलान कर चुकी है। एक के बाद एक देश इसमें शामिल हो रहे हैं। चीन पहले ही पाकिस्तान से दूरी बना चुका है और इसी बीच भारत के पड़ोसी देश और सबसे पुराने दोस्त नेपाल ने भी भारत का साथ देने का ऐलान कर दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के कामयाब होने पर जहां नेपाल में भी खुशी है। वहीं दूसरी तरफ नेपाल भारत की इस लड़ाई में समर्थन दे रहा है।
आपको बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों में से एक नेपाल का भी था। नेपाल के लिए भी ये एक बड़ी क्षति थी। नतीजन भारत की इस लड़ाई में आज नेपाल साथ खड़ा है। नेपाल ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया देते हुए नेपाल ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में हम सब के साथ है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नेपाल सभी के साथ खड़ा है। अपने सैद्धांतिक रुख के अनुरूप, नेपाल किसी भी शत्रुतापूर्ण ताकतों को अपने पड़ोसी देशों के खिलाफ अपनी धरती का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देगा। यह टिप्पणी बुधवार से नेपाली सांसदों द्वारा सरकार से आतंकवाद पर स्पष्ट रुख अपनाने की बढ़ती मांग के बाद आई है। यह मांग 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के अंदर संदिग्ध आतंकवादी शिविरों पर भारत के हमलों के बाद की गई है, जिसमें 25 भारतीय पर्यटक और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे।
मंत्रालय ने निर्दोष पर्यटकों पर हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की। बयान में कहा गया है, नेपाल सरकार 22 अप्रैल 2025 को भारत के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर बेहद चिंतित है, जिसमें एक नेपाली नागरिक की भी जान चली गई। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस दुखद अवधि के दौरान नेपाल और भारत एकजुटता के साथ खड़े रहे तथा साझा दुख और पीड़ा में एकजुट रहे।
मंत्रालय ने घटना पर नेपाल की पिछली प्रतिक्रिया को भी याद करते हुए कहा, यह याद किया जा सकता है कि नेपाल ने सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ अपने दृढ़ रुख के अनुरूप, बर्बर आतंकवादी हमले की तुरंत और स्पष्ट रूप से निंदा की थी। इससे पहले गुरुवार को नेपाल सरकार की प्रतिक्रिया से कुछ घंटे पहले, सीपीएन-माओवादी केंद्र के उप महासचिव जनार्दन शर्मा ने भारत के आतंकवाद विरोधी अभियान का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया था।
Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi