तालिबान की मदद के लिए पाकिस्तान के अपने नागरिकों को अफगानिस्तान भेजने के कोई सबूत नहीं: पेंटागन

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 03, 2021

वाशिंगटन। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन का कहना है कि अफगानिस्तान में तालिबान के साथ पाकिस्तानी नागरिकों के होने की खबरों की पुष्टि के लिए कोई सबूत नहीं मिले हैं। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान ने तालिबान के साथ अपने 10,000 से 15,000 लोगों को काबुल और अफगानिस्तान पर कब्जा करने के लिए भेजा था। इस संबंध में किए एक सवाल के जवाब में पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ मुझे उस रिपोर्ट की पुष्टि के लिए कुछ नहीं मिला है।’’

इसे भी पढ़ें: दहशत, खौफ, वित्त संकट के बीच अफगानिस्तान में सरकार बनाने के लिए तालिबान तैयार, जानें कौन होगा सर्वोच्च नेता

किर्बी ने कहा, ‘‘ जैसा कि मैंने पहले भी कहा था, उस सीमा पर मौजूद सुरक्षित पनाहगाहों में पाकिस्तान का साझा हित है और वे भी आतंकवादी गतिविधियों का शिकार बने हैं। मेरा मानना है कि हम सभी एक दूसरे की मदद करने और दुनिया के उस हिस्से से इस तरह के हमलों का शिकार नहीं होने के लिहाज से एकमत हैं।’’ इस बीच, एक प्रमुख कांग्रेस कमेटी ने आम-सहमति से राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम में एक संशोधन को स्वीकार किया, जिसमें पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार की सुरक्षा पर रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से रिपोर्ट मांगी गई है।

इसे भी पढ़ें: गिलानी के निधन के बाद कश्मीर घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण, मोबाइल इंटरनेट सेवा अभी भी स्थगित

रिपब्लिकन सांसद लिज चेनी द्वारा पेश किए गए संशोधन को सदन की सशस्त्र सेवा समिति ने बुधवार को ध्वनिमत से स्वीकार किया। इसमें रक्षा मंत्री से पाकिस्तान के परमाणु शस्त्रागार पर कब्जा या नियंत्रण होने संबंधी संवेदनशीलता पर एक रिपोर्ट की मांग की गई है।

प्रमुख खबरें

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी का निधन, कैंसर से थे पीड़ित

Fashion Tips: वर्किंग डे के लिए शानदार हैं अनुष्का सेन के ये आउटफिट्स, कंफर्ट के साथ मिलेगा स्टाइलिश लुक

PoK में हड़ताल के चौथे दिन भी स्थिति तनावपूर्ण, Prime Minister ने 23 अरब रुपये का अनुदान आवंटित किया

Kerala तट पर एक जहाज और मछुआरों की नौका में टक्कर, दो लोगों की मौत