By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 09, 2018
कोलकाता। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने इस विचार का प्रचार करने वालों को ‘आग से नहीं’ खेलने को कहा। असम में एनआरसी पर एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मन्नान ने कहा कि पार्टियों को एनआरसी के नाम पर लोगों का ध्रुवीकरण करके राजनीतिक लाभ लेने से बचना चाहिए।
असम में 30 जुलाई को एनआरसी के अंतिम मसौदे को जारी किया गया था जिसमें 40 लाख से ज्यादा आवेदकों के नाम नहीं थे। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता मन्नान ने कहा, ‘50 साल पहले जन्मे लोग कहां जाएंगे? अगर हम सांप्रदायिक और भाषाई मुद्दे पर लोगों को बांटने की इस खतरनाक प्रवृत्ति की मुखालफत नहीं कर पाए तो असम में बंगाली और अन्य भाषाई अल्पसंख्यकों के साथ जो हो रहा है, वो भविष्य में अन्य के साथ भी होगा।’
गौरतलब है कि भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने कल भारतीय मुसलमानों खासकर पश्चिम बंगाल में रहने मुस्लिमों से गुजारिश की थी कि वे राज्य में भी एनआरसी का समर्थन करें और दावा किया था कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में पश्चिम बंगाल घुसपैठियों का अड्डा बन गया है। पश्चिम बंगाल के प्रदेश भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने भी कहा था कि अगर राज्य में उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो असम की तर्ज पर पश्चिम बंगाल में भी एनआरसी की सूची प्रकाशित की जाएगी।
भाजपा का नाम लिए बिना मन्नान ने कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि अगर वे भविष्य में सत्ता में आते हैं तो पश्चिम बंगाल में भी एनआरसी की कवायद शुरू होगी। उन्हें आग से नहीं खेलना चाहिए। हम घोषित करते हैं कि इसे हमारे राज्य में करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’